पट्टी/प्रतापगढ़ (वेबवार्ता)- भ्रष्टाचार की एक नहीं सैकड़ों बानगी देखिए, तस्वीरें और वीडियो जो मुंह खोलकर चिल्ला रहें हैं कि अर्धनिर्मित पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय में किस तरह का बडा खेल कर दिया गया है।
ग्रामीणों को कानों कान भनक तक नहीं लगी ग्रामीणों का आरोप है कि अर्ध निर्मित पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय में भ्रष्टाचार के साथ-साथ अधूरे कार्यों का पूर्ण भुगतान संबंधित विभाग द्वारा कर दिया गया 2 साल से अधिक समय गुजरने के बावजूद भी सामुदायिक शौचालय और पंचायत भवन संचालित नहीं हो सका। गांव में विकास की जगह प्रधान खुद का विकास जितनी तेजी के साथ कर रहे हैं उसमें से महज कुछ प्रतिशत ही ग्राम सभा में लगा दे तो गांव चमकने लगेगा लेकिन यहां तो ठीक उसके उल्टा है जो बार-बार कहना उचित नहीं है। गोलापुर गांव में विकास की गंगा बहाने वाले जिम्मेदार लोग कान में तेल डालकर दूसरी जगह पर अपना तबादला करा लिया दूसरे ग्राम पंचायत अधिकारी के आने वो किसी भी कीमत पर पुराने काम पर हाथ लगाने को तैयार नहीं है। इस मामले की तह तक जाने के बाद पता चला कि ग्राम प्रधान की कारगुज़ारी से सामुदायिक शौचालय तथा पंचायत भवन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। इस तरह के भ्रष्टाचार से गांव का विकास किसी भी कीमत पर नहीं हो सकता है। ऐसे भ्रष्ट ग्राम प्रधान तथा संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी पर कार्यवाही क्यों नहीं होती है। ईमानदारी का ढोंग करने वाले अधिकारियों और सरकार महज कागजी कोरम पूरा करने में अपनी वाह वाही लूटने में जुटी हुई है।