-सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना को लेकर बैठक
बरेली, 04 सितंबर (देश दीपक गंगवार)। आत्म निर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) काफी कारगर सिद्ध होने जा रही है। इस योजना के जरिए युवा कृषि उत्पाद से संबंधित इकाइयां स्थापित करके रोजगार सृजन और आय दोनों में बढ़ोतरी करेंगे। इसी कड़ी में जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर ड्राप मोर क्राप माइक्रोइरीगेशन, एकीकृत बागवानी विकास मिशन, एससीपी (राज्य सेक्टर) व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अनुमोदन के सम्बन्ध में बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजनान्तर्गत बैंक स्तर पर लम्बित आवेदन पत्रों को देखकर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये संबंधित बैंकों को लम्बित आवेदन पत्रों को शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिये। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि ड्रैगन फ्रूट का अधिक प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे जनपद के अधिक से अधिक कृषक लाभ प्राप्त कर सकें। जनपद मे संचालित शीतगृहों के स्वामियों के साथ आलू भंडारण की समीक्षा भी की। जिलाधिकारी को शीतगृह स्वामियों द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में लगभग 37 प्रतिशत की आलू निकासी की जा चुकी है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजनान्तर्गत लाभान्वित श्रीमती वंदना शुक्ला द्वारा चाय की पत्ती की पैकिंग का कार्य किया जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा उनके कार्य की सराहना की गई।
एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजनान्तर्गत रोपित ड्रैगन फ्रूट की फसल को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ कृषक श्रीमती पंकज पाल को उद्यान विभाग द्वारा प्रदान किया गया। कृषक द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि ड्रैगन फ्रूट एक अच्छी लाभदायक फसल है व इस फसल से वह अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, सहायक आयुक्त एवं सहायक अनिल कुमार सिंह राठौर, प्रधानाचार्य राजकीय खाद्य एवं विज्ञान प्रशिक्षण केन्द्र रमेश चन्द्र, सहायक आयुक्त(उद्योग) कामिनी यादव, सहायक निदेशक(मत्स्य) विभा लोहानी, एलडीएम बैंक ऑफ बड़ौदा के वी के अरोड़ा, जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड डीके मिश्रा, भारतीय स्टेट बैंक श्री मनोज कुमार साहू, कृषि विज्ञान केन्द्र आईवीआरआई डॉ अमित पिप्पल, जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह, संजय कुमार सिंह, हेमपाल, अभय अग्रवाल, समेत अन्य कृषक मौजूद रहे।