खबर का हुआ असर… मीडिया में खबर प्रकाशित होने पर लेखपाल अभिषेक यादव द्वारा अपने बचाव में नौरहनी रामपुर ग्राम सभा के प्रधान पुत्र मनु यादव का आय प्रमाण पत्र कराया निरस्त
अंबेडकर नगर (वेबवार्ता)- टांडा तहसील के अंतर्गत नौरहनी रामपुर ग्राम सभा की प्रधान बंदना यादव और हल्का लेखपाल अभिषेक यादव जिनके सांठगांठ जातिवाद पानी और मछली की तरह हैं l
अभिषेक यादव ने प्रधान पुत्र मनु यादव 01/11/22 को ऑनलाइन के बाद बिना किसी जांच के एक ही दिन में 36000 रू0 का वार्षिक आय प्रमाण पत्र निर्गत था जबकि उन्हें भलीभांति यह मालूम है कि उत्तर प्रदेश के लगभग सभी प्रधानों के मानदेय60000रू0 वार्षिक है । जब यह खबर मीडिया कर्मियों द्वारा अखबारों और सोसल मीडिया के माध्यम से वायरल होने लगा तो अभिषेक यादव ने अपने बचाव में स्वयं की त्रुटि मानते हुए उस आय प्रमाण पत्र को 05/11/ 22 को निरस्त कराने के लिए अपने उच्च अधिकारी को लिखित पत्र दे कर निरस्त करने की माग की।अब सबसे सोचनीय बात यह है कि यदि आम जनमानस द्वारा कोई त्रुटि होती है तो उसकी सजा क्या होती l जो लेखपाल महोदय अपनी गलती मुंह से कहने बस मानकर निरस्त कर दिया।
और अगर वही त्रुटि ज़िम्मेदार अधिकारी द्वारा हो तो क्या उसकी कोई सजा नहीं है ?
किसी गरीब का अधिकार छीन के अमीरो को ज़िम्मेदार अधिकारियो द्वारा दिया जा रहा है लाभ क्या यह न्याय संगत है? अंबेडकर नगर के जिला अधिकारी ने इस सारे प्रकरण के जांच के लिए टांडा तहसीलदार को आदेशित किया है l
जिस पर अब सभी आम जनमानस की नजरें टिकी हुई हैं सूत्रों के मुताबिक यदि लेखपाल पर कोई कार्यवाही नहीं होती तो आम जनमानस के गरीब तबके के लोग हाईकोर्ट का भी रूख करने के लिए मजबूर हो सकते हैं l