कुशीनगर, 11 सितंबर (ममता तिवारी)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में रामकोला त्रिवेणी चीनी मिल परिसर में रविवार को किसान शहीद दिवस मनाया गया। इसमें वर्ष 1992 में पुलिस की गोली का शिकार हुए पड़ोही और जमींदार मिया के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनके पुत्रों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार दोहरी नीति बनाती है। एक पूंजीपतियों की और दूसरी किसानों की। पूंजीपतियों की नीति में उनसे कोई सौदा करती है। उन्हें माल लेने से पहले ही उनको भुगतान करती है। लेकिन किसानों की नीति में किसानों फसल लेने के बाद भी समय पर भुगतान नहीं करती है। जब किसान अपनी उपज का सही मूल्य मांगते हैं। तो सरकार उन पर लाठी और गोली चलवाती है। यह सरकार किसान विरोधी है।
उन्होंने कहा कि कुशीनगर के किसानों का करोड़ों रुपये चीनी मिलों पर बकाया है। इसके बावजूद सरकार मिल मालिकों पर भुगतान के लिए दबाव नहीं बनाती है। सरकारों के गलत निर्णय का खामियाज़ा लोग झेल रहे हैं। नोटबंदी के दौरान सबसे अधिक परेशानी किसान और छोटे व्यापारियों को हुई। रक्षा मामले में पहली ऐसी डील है। जो बिना रक्षा मंत्री की उपस्थिति में प्रधानमंत्री ने किया। जो जहाज पांच सौ तीस करोड़ की थी। एक बड़े पूंजीपति को फायदा पहुंचाने के लिए करीब पंद्रह सौ करोड़ में सौदा किया गया।
पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने कहा कि प्रदेश की सरकार हर मोर्चे पर विफल है। कप्तानगंज चीनी मिल बंद हो गई है। इस पर अभी किसानों का करोड़ों रुपये बाकी है। मुख्यमंत्री के गृह शहर की पिपराइच चीनी मिल पर भी किसानों का करोड़ों रुपये बाकी है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री की तरफ से किसानों को बकाया मूल्य भुगतान दिलाने के लिए कई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पूर्व एमएलसी रामअवध यादव ने कहा कि घोसी उपचुनाव का परिणाम बता दिया हैए कि जनता भाजपा के झूठे कारनामों से ऊब चुकी है। कार्यक्रम को पूर्व विधायक पूर्णमासी देहाती, एनपी कुशवाहा, रणविजय सिंह उर्फ रामकोला के ब्लॉक प्रमुख दिग्विजय सिंह उर्फ लक्ष्मण सिंह आदि ने संबोधित किया। इस दौरान शैलेंद्र प्रताप सिंह, एके बादल, रामानंद सिंह, राजेश्वर गोविंद राव, अशोक अग्रहरि अशोक पांडेय आदि मौजूद रहे।