कुशीनगर, 13 सितंबर (ममता तिवारी)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में अगस्त माह की जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। स्वास्थ्य समिति की बैठक में संस्थागत प्रसव, बच्चों के टीकाकरण, गर्भवती माताओ की जांच, आशाओं के द्वारा होम विजिट, मंत्रा और ई कवच एप पर डाटा फीडिंग, मातृ मृत्यु, शिशु मृत्यु रिपोर्टिंग, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जन्म पंजीकरण, गर्भवती मां के उपचार की स्थिति आदि पर समीक्षा हुई।
बैठक में माह अगस्त 2023 आशा भुगतान पर प्रपोजल की अद्यतन स्थिति का भी जायजा लिया गया जिसमें अगस्त तक आशाओं का भुगतान पूर्ण होने की स्थिति से अवगत कराया गया। इसके साथ ए.एन. सी. पंजीकरण के संबंध में बैठक के दौरान कुल पंजीकृत हुए मामलों की संख्या का अवलोकन किया गया जिसके अंतर्गत अगस्त माह में सुकरौली की स्थिति अच्छी तथा पडरौना की स्थिति खराब प्रदर्शित हुई, इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा सभी एमओआईसी को मासिक टारगेट पूरा करने हेतु ए एन सी पंजीकृत की संख्या पूर्ण करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने ब्लड स्टोरेज यूनिट के अद्यतन स्थिति का भी अवलोकन किया और मंत्रा रिपोर्ट, मां नवजात ट्रैकिंग ऐप की प्रगति का जायजा लिया जिसके अंतर्गत सभी सीएचसी की स्थिति और बेहतर करने हेतु कहा अन्यथा सबसे खराब प्रदर्शन वाले एमओआईसी पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। बैठक दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में बच्चों के टीकाकरण की प्रगति भी जानी तथा इस संदर्भ में जागरूकता के प्रसार को निर्देशित किया तथा गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य के संदर्भ में भी प्रगति जाना तथा विभिन्न टेस्ट यथा एनीमिया हिमोग्लोबिन टेस्ट व यूरीन टेस्टिंग की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सभी सीएचसी और पीएचसी पर सभी उपकरण उपलब्ध होने चाहिए। आशाओं द्वारा नियमित रूप से होम विजिट के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिए।सभी एम ओ आई सी को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्यकर्मी को सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु विशेष कार्ययोजना तैयार करें। जिलाधिकारी ने सभी एमआईसी को अपने क्षेत्र में नियमित मॉनिटरिंग करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने संस्थागत प्रसव के मामले में प्रगति सुधारने हेतु तथा जनपद में चल रही शासन की स्वास्थ्य योजनाओं को प्रत्येक वर्ग तक पहुंचाने हेतु विशेष रणनीति तैयार कर क्रियान्वित करने के लिए सीएमओ और सभी एमओआईसी को कहा।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा अतिरिक्त ब्लीडिंग से होने वाली गर्भवती महिलाओं की मृत्यु के लिए 40 एंटी शॉक गारमेंट्स खरीदने के लिए प्रस्ताव भेजने हेतु अनुमति प्रदान की गई। उन्होंने कहा जो भी बजट या प्रस्ताव शासन को भेजा जाए वह सरकार के गाइडलाइंस व नियमों के अनुरूप हो उन उपकरण को खरीदें जो उपयोगी हो एवं जनमानस के लिए लाभकारी हो। सभी कर्मचारी पीएचसी और सीएससी पर नियमित रूप से ससमय उपस्थित रहे, किसी भी कर्मचारी का वेतन या भुगतान लंबित न रहे। ई.सी.आर.पी. के अंतर्गत लैपटॉप, प्रिंटर, कंप्यूटर, टैबलेट आदि खरीदने के लिए जैम पोर्टल पर निविदा में समिति के द्वारा ऐसे नियम एवं शर्त रखे जाए जो नियमानुसार हो एवं ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगी निविदा फॉर्म भर सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एमओआईसी मेडिकल वेस्ट का निवारण के लिए विशेष रणनीति तैयार बंद करें और कायाकल्प वार्ड स्कीम के तहत सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर्स, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर्स पर साफ सफाई, विद्युत आपूर्ति, पानी, शौचालय की व्यवस्था एवं बाउंड्री वॉल का रंग रोदन अवश्य करें। सभी सरकारी भवनों की स्थिति में सुधार लाए और सभी जनपद स्तरीय चिकित्सक, अधिकारी, एमओआईसी बिना मेरी अनुमति के मुख्यालय न छोड़े तथा ऑपरेशन थिएटर, जनरल वार्ड, ओपीडी कक्ष का नियमित निरीक्षण करें। जनपद के सभी मेटरनिटी वार्ड और ओ.टी. को अपग्रेड करें तथा किसी जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में जल जमाव और गंदगी जमा होने की स्थिति उत्पन्न ना हो।
शासन द्वारा स्वीकृत बजट का पूर्ण इस्तेमाल नियमों के अनुरूप होना चाहिए जो भी खरीदारी करें इसकी गहनता से सी.एम.ओ समीक्षा करें, सभी सीएचसी और पीएचसी पर गर्भवती महिलाओं की बैठने की व्यवस्था, लैब टेस्ट की समस्या का निदान एवं आयरन सुक्रोज टैबलेट बांटना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि 6 माह से 5 वर्ष के बच्चों को कम से कम दो बोतल आयरन सिरप जरूर दें, टीवी अभियान के तहत ज्यादा से ज्यादा मरीजों की जांच कराए तथा एमओआईसी विशुनपुरा को गर्भवती महिलाओं के लिए एएनसी प्रथम तिमाही के ज्यादा से ज्यादा पंजीकरण और जांच करने हेतु निर्देशित किया। इस अवसर पर पी.डी. ग्राम विकास अभिकरण जगदीश त्रिपाठी, डी ई एस टी ओ श्रवण कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक दिलीप कुमार, व स्वास्थ्य विभाग के सभी संबंधित अधिकारी, कर्मचारी गण मौजूद रहे।