लखीमपुर खीरी, 13 सितंबर (शिवम वर्मा)। लखीमपुर खीरी के हैदराबाद थाना क्षेत्र में जमालपुर गांव निवासी पूर्व प्रधान छोटेलाल की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उन्होंने ग्राम्य विकास बैंक से 60 हजार रुपये कर्ज लिया था, जिसे चुका नहीं पाए थे। आरोप है कि ग्राम्य विकास बैंक के अधिकारियों ने कर्ज वसूली को लेकर उन्हें प्रताड़ित कर सरेआम बेइज्जत किया था। किसान के पुत्र गोपीचंद की तहरीर पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पूर्व प्रधान की मौत पर गांव पहुंचे किसान संगठन के नेताओं ने बैंक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक वर्ष 1995 से 2000 तक सदर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत सुकेथू के प्रधान रहे गांव जमालपुर निवासी 58 वर्षीय किसान छोटेलाल ने लखीमपुर की ग्राम्य विकास बैंक से वर्ष 2010 में 60 हजार रुपये का कर्ज लिया था। वह आठ बीघा जमीन के जोतकर थे। आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वह बैंक का कर्ज नहीं चुका पाए। यह रकम ब्याज सहित बढ़कर तीन लाख रुपये से ऊपर पहुंच गई थी।
500 रुपये रिश्वत लेकर छोड़ा
मृतक के पुत्र गोपीचंद में बताया कि मंगलवार दोपहर करीब 3:00 बजे ग्राम्य विकास बैंक के अधिकारी कार से आए। उनके पिता छोटेलाल को गाड़ी में बैठाकर लखीमपुर ले जाने लगे। गांववालों के विरोध करने पर करीब ढाई घंटे बाद उन्हें 500 रुपये रिश्वत लेकर छोड़ दिया और कर्ज अदा नहीं करने की दशा में जमीन नीलाम करने की धमकी देकर चले गए। समाज में बेइज्जती होने की वजह से उन्हें गहरा सदमा लगा। रात में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। पुलिस ने उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार दीक्षित, राष्ट्रीय किसान शक्ति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा ने किसान की मौत के लिए बैंक अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में एसडीएम रत्नाकर मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।