गोरखपुर-कुशीनगर, (वेब वार्ता)। गोरखपुर-कुशीनगर हाईवे पर जगदीशपुर के पास बृहस्पतिवार की देर रात दो बस में तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में छह यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 27 लोग घायल हो गए। हादसे के बाद से कुशीनगर हाईवे से लेकर जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज तक अफरा-तफरी मची रही।
डीएम, एसपी, एसपी सिटी घायलों के अस्पताल पहुंचने पर इलाज की व्यवस्था बनाने में जुटे रहे, तो सीएमओ खुद जिला अस्पताल में मरीजों का उपचार में जुट गए। हालात यह थी कि एक एंबुलेंस मरीज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचती तो दूसरी में मरीज को रेफर करके मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा था।
एंबुलेंस से उतारे जा रहे मरीज कराहते हुए कह रहे थे कि डॉक्टर साहब मेरी जान बचा लीजिए, हमने कोई गलती नहीं की है। इस सब के बीच परिजनों की चीख-पुकार मची थी। कोई अपने का हाल जानने के लिए परेशान था तो कई जान गंवाने वाले अपने के लिए दहाड़े मार रहा था।
अस्पताल के कर्मचारी इसी कोशिश में थे कि किसी तरह घायल की जान बचाई जाए। इस सबके बीच जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज ले जाते समय जब एक मरीज की सांस थमी, तो पुलिस वाले की आंखें भी नम हो गईं। उसके मुंह से यही निकला, इलाज तो हो रहा था, जान कैसे चली गई।