बरेली, 24 अगस्त (देश दीपक गंगवार)। डेलापीर तालाब पर अवैध कब्जा कर बनाए गए मकान और दुकानों पर गुरुवार को नगर निगम का बुल्डोजर जमकर गरजा। निगम ने पहले शराब की दुकानों को ढह दी इसके बाद मकान के दूसरे हिस्से पर बुल्डोजर गरजने लगा। मेयर उमेश गौतम के एक्शन पर निगम की कार्रवाई से अवैध कब्जेदारों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में शराब की दुकानें खाली कराई गईं। इसके बाद बुल्डोजर ने दुकानों को गिरा दिया। कार्रवाई से डेलापीर और आस पास का रोड थम गया। लोग रुक रुककर बुल्डोजर की कार्रवाई देख रहे थे। 1999 से नगर निगम और कारोबारी के बीच चल रहा था विवाद डेलापीर तालाब की जमीन को लेकर शांति देवी वार्ष्णेय, बसंत, आकाश, सुमन, सुनीता और नगर निगम के बीच 1999 से मुकदमा चल रहा है। इस मामले में एडीजे 14 की कोर्ट ने आरोपियों का कब्जा अवैध मानते हुए नगर निगम की अपील स्वीकार कर पिछली अदालत के आदेश को निरस्त कर दिया था। कोर्ट ने माना था कि डेलापीर तालाब की छह बीघा जमीन में से एक हजार गज जमीन पर वार्ष्णेय परिवार का कब्जा है। उन्होंने वहां मकान और दुकानें बना रखीं हैं दुकानों में शराब बेची जा रही है रेस्टोरेंट चल रहा था सुरेश ने तालाब की जमीन पर कब्जा कर मकान बनाया दुकानें बनाकर किराए पर उठा दीं।