विभाग के अधिकारी व कर्मी मस्त, शहरवासी पस्त
बरेली, 22 सितंबर (देश दीपक गंगवार)। बिजली विभाग का हाल ही बेहाल है। जिन ट्रांसफार्मर पर जाली होनी चाहिए वो ट्रांसफार्मर बिन जाली के नजर आ रहे हैं। जो अंडरग्राउंड केबल जमीन के नीचे होनी चाहिए, वे जमीन से बाहर दिखाई दे रही हैं और जो तार ऊंचाई पर होने चाहिए वे लोगों के सिर पर लटक रहे हैं। मगर अफसरों कों शायद यह सब नहीं दिखता है। जब मुख्यालय से समीक्षा बैठक ली जाती है। तब बड़े अधिकारी छोटे अधिकारियों पर आरोप -प्रत्यारोप मंढ़ते है। हालात यह कि विभागीय अधिकारी जानबूझकर इससे बेपरवाह बने हुए हैं। बीते दिनों दैनिक भास्कर नें अपनी रिपोर्ट में बिजली विभाग को चेताया था। कि खुले में रखे ट्रांसफार्मर हादसों को दावत दे रहे हैं।
केस नंबर -1 सुभाष नगर के करगौना में ट्रांसफार्मर जमीन पर रखा हुआ था। बारिश होने के बाद इलाके में पानी भर गया इसके बाद ट्रांसफार्मर फूक़ गया। एक हफ्ते बाद ट्रांसफार्मर को बदल गया।
केस नम्बर -2 सिविल लाइंस के प्रभा टॉकीज के सामने बिना जाली के रखे ट्रांसफार्मर में अचानक से आग लग गई। जिससे क्षेत्र में अफरा -तफरी मच गईं। फिलहाल स्थानीय लोगों ने दुकानों पर रखे फायर ब्रिगेड के सिलेंडर सें आग बुझाई।
केस नंबर -3 ज़खीरा में रखा ट्रांसफार्मर दे रहा है हादसे कों दावत
शहर में बसा किला स्थित जखीरा में भी खुले में रखा ट्रांसफार्मर किसी भी बड़ी घटना की ओर इशारा कर रहा है। मगर विभागीय अधिकारी इससे बेखबर हैं। क्षेत्र के लोगों ने कई बार इसकी शिकायत बिजली विभाग के अफसर को भी की है। लेकिन विभाग के अफसर सूँठ की नास लिए बैठे हैं। शहर में ऐसी तमाम जगह है जहां पर ट्रांसफार्मर खुले में रखे हुए हैं। जिसमें ट्रांसफार्मर रखने के लिए न तो चबूतरे बनाए गए हैं और न ही ट्रांसफार्मर को जाली के घेरे में रखना जरूरी समझा। फिलहाल बिजली विभाग के अफसर मनमाने तरीके से काम को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों की माने तों इन्हीं शिकायतों की वजह से बीते दिनों लखनऊ मुख्यालय में बिजली विभाग के अफसर को तलब किया गया था जिसमें विभाग के अफसर को जमकर फटकार भी लगाई गई थी। वही विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने पर यहां तक कह दिया कि एक अफसर को कमरे में से गेट आउट कहकर बाहर भी कर दिया गया था। जिसको लेकर बरेली के बिजली विभाग में काफी दिनों तक इस बात कों लेकर खलबली भी मची रही।