10 किसान व 24 कर्मचारियों को मिला सम्मान
अयोध्या/कुमारगंज(वेबवार्ता)- खेती के साथ-साथ किसानों को व्यापार भी करना चाहिए। बारिश से नुकसान हुए फसलों की सरकार भरपाई करेगी। किसानों को उन्नति की ओर ले जाने के लिए आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि ने अहम भूमिका निभाया है। सरकार की सभी नीतियां किसानों के हित को देखते हुए बनाई गई है।
यह बातें सोमवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के 48वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित मंडलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी को संबोधित करते हुए बतौर मुख्यअतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने कई ऐसे काम किए हैं जिससे की बिचौलियों को लाभ नहीं मिले बल्कि किसानों को इसका लाभ मिले। इस अवसर पर 10 किसानों व 24 कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान सपा सुप्रीमो के मुलायम सिंह यादव के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में पधारे विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह कहा कि सरकार का लक्ष्य किसानों की आय को दोगुऩा करना है। उन्होंने कहा कि किसान प्राकृतिक खेती को करते हैं तो आर्थिक लाभ के साथ-साथ बीमारी से भी उनका बचाव होगा। किसानों को नई तकनीक व वैज्ञानिक पद्धति के साथ खेती करने की जरूरत है। मंत्री ने कहा की किसान फूल की खेती करके अपनी आय को दोगुनी कर सकते हैं।
उ.प्र. सरकार से पधारे कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने लगभग एक दर्जन किसानों की समस्याओं को सुना और उनका समाधान किया। उन्होंने कहा कि किसानों से धान की जगह चावल खरीदा जाए इसका पूरा प्रयास किया जाएगा। अक्टूबर माह में हुई बारिश से किसानों के नुकसान पर उन्होंने कहा की इसकी भरपाई का पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी क्रय केंद्रों को अच्छी प्रकार से संचालित करवाएं जिससे की किसानों को कोई परेशानी न हो।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विवि के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्रों में एसएमएस के 76 पर नियुक्तियां, केवीके बस्ती को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हाथों राष्ट्रीय पुरस्कार, राज्यमंत्री के.पी मलिक के हाथों ग्रीन एंड क्लीन कैंपस के अवार्ड, आवश्यकतानुसार अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति, विवि के विरुद्ध 70% याचिकाओं का निस्तारण, मृतक आश्रितों को शीघ्र नियुक्ति, सेवानिवृत्त कर्मियों को समय से पेंशन व अन्य फंड का भुगतान, विवि में एनएसएस के संचालन की स्वीकृति, जनसूचना प्रकरण का निस्तारण, नैक मूल्यांकन में A+ ग्रेड हासिल करने की राह पर खड़े विवि की कृषि मंत्री शाही व नैक मूल्यांकन प्रस्तुतिकरण के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा प्रशंसा आदि उपलब्धियों को गिनाया।
कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. वेदप्रकाश रहे व स्टाल प्रदर्शनी निदेशक प्रसार डा. एपी राव के नेतृत्व में लगाई गई। स्थापना दिवस के सफल आयोजन के लिए कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने सभी को धन्यवाद कहा।
विभिन्न महाविद्यालयों द्वारा लगाए गए उपकरणों का किया अवलोकन
कार्यक्रम से पूर्व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह, आयुक्त नवदीप रिनवा, कृषि उत्पादन आयुक्त उ.प्र. मनोज कुमार सिंह, कृषि निदेशक उ.प्र. विवेक कुमार सिंह व मंडल के आए हुए जिलाधिकारियों ने कृषि विवि द्वारा संचालित विभिन्न महाविद्यालयों द्वारा लगाए गए उपकरणों का मंत्रियों व अन्य अतिथियों ने बारीकी के साथ अवलोकन किया और जमकर सराहना की।
10 किसानों व 24 कर्मचारियों को किया गया सम्मानित
कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य, कृषि उपज बढ़ाने, प्राकृतिक खेती के लिए दूसरों को प्रेरित करने वाले 10 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। जिसमें विजय कुमार सिंह, राज बहादुर बर्मा, जमुना प्रसाद चौहान, हरिश्चंद्र सिंह, शिवशंकर सिंह, जनार्दन पाठक, रजनीश मिश्रा, कृष्ण कुमार सिंह, वंश गोपाल सिंह व राजबहादुर सिंह को सम्मानित किया गया। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों से आए किसानों ने अपने अपने विचारों को भी साझा किया और अधिकारियों से प्रश्न किए। अधिकारियों व मंत्रियों ने किसानों की समस्याओं को सुना और उनका समाधान भी किया। तो वहीं दूसरी तरफ उत्कृष्ट कार्य के लिए सुधीर सिंह, सुधाकर सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, समर हैदर, अमीचंद, नंदलाल शर्मा, हरिश्चंद्र सिंह सहित विवि के 24 कर्मचारियों को कृषि मंत्री ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।