“उत्तर प्रदेश के अयोध्या में चंद्र ग्रहण को लेकर मंदिरों में खास तैयारी चल रही है. सनातन धर्म के अनुसार सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और उस दौरान दर्शन वर्जित हो जाता है”
अयोध्या (वेबवार्ता)- कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लग रहा है जिसकी वजह से अयोध्या के भी मंदिर के कपाट सूतक काल से लेकर ग्रहण खत्म होने तक बंद रहेंगे। इन मंदिरों में श्री राम जन्मभूमि मंदिर भी शामिल है. चंद्रगहण से पहले सुबह एक घंटे और शाम में ग्रहण के बाद रामलला के दर्शन हो पाएंगे। कार्तिक पूर्णिमा के दिन सरयू में स्नान करने का विशेष महत्व है और यहां तीन स्नान होंगे।
सुबह 8 बजे बंद हो जाएगा मंदिर
मंगलवार को शाम 5:10 बजे सूतक ग्रहण शुरू होगा. उसके 9 घंटे पहले सुबह 8:10 पर मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा, ‘सुबह और शाम दोनों वक्त दर्शन हो पाएंगे। सुबह 8:10 बजे सूतक लग रहा है इसलिए इसके पहले भगवान की पूजा-अर्चना होगी. इसके बाद मंदिर बंद हो जाएगा। शाम 5:10 पर ग्रहण लगेगा और शाम को 6:19 पर मोक्ष हो जाएगा। इसके बाद मंदिर धोया जाएगा और सारी व्यवस्था करके लगभग 7:00 बजे मंदिर खुलेगा और पूजा-अर्चना होगी। सनातन धर्म के अनुसार ग्रहण काल में मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूजा स्थल को कपड़ों से ढंक दिया जाता है।
श्रद्धालुओं को करना पड़ेगा तीन स्नान
श्रद्धालु सुबह 8:00 बजे तक रामलला के दर्शन कर पाएंगे। इसके बाद शाम 7 बजे के बाद ही दर्शन मंदिर में शुरू होगा। सत्येंद्र दास ने कहा, ‘ सुबह 8:00 बजे आराम से सभी श्रद्धालु पूर्णमासी का स्नान कर लेंगे उसके बाद सूतक लग जाएगा मंदिर बंद हो जाएगा। शाम 5:10 ग्रहण का स्नान होगा और फिर 6:19 पर लोग मोक्ष का स्नान करेंगे। इसलिए सवेरे का स्नान, ग्रहण का स्नान और ग्रहण मोक्ष का स्नान श्रद्धालुओं को करना पड़ेगा।