नई दिल्ली/प्रयागराज, (वेब वार्ता)। आखिरकार माफिया डॉन अतीक अहमद (Atiq Ahamed) के बेटे असद (Asad) का शव कसारी मसारी कब्रिस्तान में आज यानी शनिवार को दफन कर ही दिया गया है। उसका शव शनिवार की सुबह ही उसके परिजन झांसी से लेकर प्रयागराज पहुंचे थे। असद के साथ ही शूटर गुलाम का भी शव प्रयागराज लाया गया। दोनों के शव उनके घर ले जाने के बजाय सीधे कब्रिस्तान ले जाया गया। जहां असद के शव को उसके दादा फिरोज के बगल में दफनाया गया है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Last rites of Mafia-turned-politician Atiq Ahmed’s son Asad being performed at Prayagraj’s Kasari Masari graveyard.
Asad and his aide Ghulam were killed in an encounter on April 13 by UP STF. pic.twitter.com/IX1R9Qf8yg
— ANI (@ANI) April 15, 2023
आज सबसे दिलचस्प बात यह रही कि, असद के कफ़न-दफन के वक्त ना तो उसके पिता अतीक अहमद पहुंचा और ना ही चाचा अशरफ और आज ना ही उसकी । मां उसके जनाजे को देख सकी। जबकि अतीक और उसका भाई दोनों इस समय प्रयागराज में ही पुलिस के कस्टडी रिमांड पर हैं। वहीं शाइस्ता फिलहाल फरार है।
हालांकि अतीक और उसके भाई ने दफन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोर्ट में अर्जी भी लगाई थी। वहीं थोड़ी देर पहले तक दावा किया जा रहा है कि बेटे के दफन के वक्त शाइस्ता परवीन आ सकती है। इसके लिए पुलिस ने पूरे सुरक्षा इंतजाम भी किए थे। लेकिन अंतिम वक्त तो उसकी भी कोई खबर नहीं मिली है।
UP | 20-25 close relatives of his (Asad) family are here. Ghulam’s body has been taken to another place for last rites. Asad’s maternal grandfather is here and he is carrying out the process of cremation of Asad: Akash Kulhari, ACP, Prayagraj
Asad and his aide Ghulam were killed… pic.twitter.com/nxzqyMEgbp
— ANI (@ANI) April 15, 2023
हमने नहलाने, कफन का इंतज़ाम कर लिया है। हम उसको नहलाने के बाद उसको कब्रिस्तान ले जाएंगे जहां उसे सुपुर्द-ए-ख़ाक करेंगे… उनकी मां यहां नहीं है तो वह मजबूरी है। उनके दिल से पूछना चाहिए (क्या यह सही है)। हमने असद को बहुत प्यार से पाला था: असद के नाना हामिद अली, प्रयागराज https://t.co/dUrEDwqmnm pic.twitter.com/TRlPsBxkGQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 15, 2023
बता दें कि, असद के परिजन बीते शुक्रवार की देर रात झांसी से असद का शव लेकर प्रयागराज के लिए निकले थे। वहीं आज यानी शनिवार सुबह ही परिजन शव लेकर कब्रिस्तान पहुंचे। जहां आज सिर्फ आधे घंटे के अंदर ही शव को दफन कर दिया गया। हालांकि इसके लिए एक दिन पहले ही परिजनों ने कब्रिस्तान में कब्र खुदवा लिया था। असद के दफन के वक्त उसके नाना और फूफा समेत कुल 35 रिश्तेदार मौजूद रहे। इस प्राकर देखा जाए तो कभी उत्तरप्रदेश में आतंक का सिरमौर रहा अतीक का परिवार आज अपने घर के चिराग के बुझने पर, उसकी कब्र में मिट्टी भी न डाल सका। वहीं गुलाम के शव को अंतिम संस्कार के लिए दूसरी जगह ले जाया गया है।