बरेली, 31 अगस्त (देश दीपक गंगवार)। देश भर में भाई बहन के प्रेम व स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। वही युवा अपनी पतंगबाजी के जौहर आसमान में दिखानें कों बेताब दिखे। छतों पर ये काटा-वो मारा का शोर सुनाई देने लगा। युवा, बच्चे और जवान छतों पर चढ़कर पतंग उड़ाते नजर आए। इस अवसर पर बाजारों में पतंग की दुकान पर पतंगबाजों की अच्छी खासी भीड़ नजर आई। किला स्थित जिसोली में पतंगो का बाजार सजा जिसमें लोग पंतगों के अलग-अलग नाम से पतंग खरीदते नज़र आए डंडा, परी, चांद-चारा, छप्पन छुरी, तिरंगा, बुड्डा आदि पतंगे शामिल रही। पतंगबाजी में काफी उत्साह नज़र आया।
अपने हाथ का दिखाया युवा ने हुनर
शौक का कोई मूल्य नहीं होता। लोग अपने शौक के मुताबिक ऐसे ऐसे काम कर जाते हैं कि देखने वाले देखकर बस आश्चर्यचकित हो जाते हैं। इसी तरह का शौक पाल रखा है बरेली का एक नौजवान किला निवासी मोहम्मद अर्श खान ने 6 फीट चौड़ी और 6 फीट लंबी पतंग तैयार की। इतनी बड़ी पंतग को देखकर लाेग अचरज में भी पड़े कि आखिर यह उड़ेगी कैसे। मोहम्मद अर्श कक्षा नौ के छात्र हैं वो पढ़ाई करते हैं पढ़ाई के साथ -साथ उनमें पतंग बनाने का भी हुनर हैं यह कला उन्होंने अपने पिता से सीखी हैं। मोहम्मद अर्श ने बताया कि उनकी पतंग काफ़ी वजनदार हैं इसको चार से पांच लोग पकड़कर छोडेंगे तब जाकर ये आसमान में उड़ेगी मोहम्मद अर्श ने इस पतंग की क़ीमत 500 रुपए बताई हैं। वही पतंग कारोबारियो का कहना हैं कि बरेली का मांझा और पतंग मशहूर थी लेकिन आज के समय यह कारोबार ख़त्म होनें की कगार पर हैं।