अयोध्या(वेबवार्ता)- डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रौढ़ एवं सतत शिक्षा विभाग द्वारा संचालित व्यावहारिक मनोविज्ञान एवं राज कृष्णा न्यूरो साइकियाट्रिक सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। इसकी शुरूआत प्रौढ़ एवं सतत शिक्षा विभाग के निदेशक प्रो0 अनूप कुमार, डॉ. सुरेंद्र मिश्रा एम.डी. साइकेट्रिस्ट अयोध्या के डॉ0 कुंवर वैभव, कंसलटेंट साइकोलोजिस्ट, ट्रांस हेल्थ क्लिनिक, लखनऊ की प्रीती जोशी, साइकोलोजिस्ट एवं सर्टिफाइड कॅरियर मेंटर के आशुतोष उपाध्याय व कंसलटेंट साइकोलोजिस्ट के ग्रिजेन्द्र चंद्र श्रीवास्तव द्वारा माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया।
कार्यक्रम में प्रो. अनूप कुमार ने बताया कि आज के जीवन में सभी को मानसिक परिस्थितियों एवं चुनौतियों से सचेत रहना जरूरी है। व्यक्ति को हमेशा विकल्प खुला रखना चाहिए। क्योंकि आगे यहीं विकल्प मानसिक रूप से जीवन की दशा तथा दिशा निर्धारित करते हैं। कार्यक्रम में डॉ. कुंवर वैभव ने मानसिक स्वास्थ के प्रति जागरूक आवश्यक है। व्यक्ति की सामाजिक भागीदारी एवं सक्रियता स्वस्थ्य परिवेश का निर्माण करती है। कार्यक्रम में प्रीती जोशी एवं आशुतोष उपाध्याय ने कहा कि समाज में मानसिक रोगियों की संख्या बढ़ रही है। यह एक चिन्ताजनक स्थिति है। इसके लिए पारिवारिक परिवेश में आपसी मेल-जोल मानसिक अवसाद को रोक सकता है।
कार्यक्रम के दौरान ग्रिजेन्द्र चंद्र श्रीवास्तव ने डेमो और ट्रेनिंग सेशन की सहायता से छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया। कार्यक्रम का संचालन श्वेता श्रीवास्तव द्वारा किया गया। डॉ. प्रतिभा त्रिपाठी एवं डॉ. सरिता पाठक ने धन्यवाद किया।
इस अवसर पर श्रिया श्रीवास्तव, विनीता पटेल, शालिनी पांडेय, रत्नेश यादव, अनीता त्रिपाठी, प्रियका प्रजापति, प्रियांशी सिंह, अनाहिता बुशरा, अंजुम सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।