वेबवार्ता: दिल्ली विधानसभा (Delhi Vidhansabha) के सोमवार को बुलाए गए विशेष सत्र में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच नोंकझोंक देखने को मिल सकती है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इस सत्र में सदन में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करेंगे।
भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि विपक्षी दल का उनकी सरकार को गिराने के लिए ‘ऑपरेशन लॉटस’ विफल हो गया है क्योंकि वह आप के किसी विधायक को नहीं तोड़ सकी। केजरीवाल ने कहा था, ‘मैं विधानसभा में विश्वास मत लाना चाहता हूं ताकि दिल्ली के लोगों के सामने यह साबित किया जा सके कि भाजपा का ‘ऑपरेशन लॉटस दिल्ली’ ‘ऑपरेशन कीचड़’ बन गया है।’ उन्होंने कहा था कि भाजपा की लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है और उसका ‘ऑपरेशन लॉटस’ धोखे से सत्ता हथियाने का तरीका है।
वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए केजरीवाल पर राजनीतिक प्रचार के लिए विधानसभा का इस्तेमाल करने तथा अपनी सरकार के शराब ‘‘घोटाले’’ से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए नाटक करने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि भाजपा के सभी आठ विधायकों को शुक्रवार को सदन से पूरे दिन की कार्यवाही के लिए मार्शलों के जरिए बाहर निकाल दिया गया था।
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आप के 62 और भाजपा के आठ विधायक हैं।