जयपुर, (वेब वार्ता)। राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में बारिश का दौर थमने से उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी की गई है। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान चूरू में 40.4 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में मौसम शुष्क रहेगा। तापमान में बढ़ोतरी होगी। पांच जुलाई के आस पास पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है।
दरअसल, रविवार से मानसून की बारिश का दौर थोड़ा धीमा पड़ गया। जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर समेत प्रदेश के तमाम शहरों में आज मौसम शुष्क है और धूप निकली है। इस कारण दिन और रात में गर्मी के साथ तेज उमस है। मानसून के पहले महीने जून में इस सीजन औसत से 181 फीसदी ज्यादा बरसात होने के बाद विशेषज्ञ अनुमान जता रहे हैं कि जुलाई में भी बारिश इस बार सामान्य रहेगी। जुलाई के महीने में राजस्थान में औसतन 154 एमएम तक बरसात होती है।
इन जिलों में कम हुई बरसात
मौसम केन्द्र जयपुर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक जून में बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, चूरू और भरतपुर में औसत से कम बारिश जून में हुई। राजस्थान के चेरापूंजी कहे जाने वाले बांसवाड़ा, डूंगरपुर, बारां में जून में 100 एमएम तक ही बारिश हुई।इन जिलों के अलावा पूर्वी राजस्थान के सीकर, झालावाड़ में भी 100 एमएम से कम बारिश हुई। इधर पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बीकानेर, जैसलमेर के अलावा गंगानगर, हनुमानगढ़ में भी बारिश 100 एमएम से कम हुई।
बाड़मेर में सीजन का कोटा हुआ पूरा
राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर, जालौर में मानसून के सीजन का कोटा पहले ही महीने पूरा हो गया। बाड़मेर में अब तक 245.4 एमएम से ज्यादा बरसात हो चुकी है, जबकि मानसून के पूरे सीजन में बाड़मेर में औसत बारिश 248 एमएम होती है।इसी तरह जालोर में तो पूरे मानसून में औसत बरसात 386 एमएम होती है, लेकिन जून में ही ये कोटा पूरा हो गया। जालोर में 1 जून से 30 जून तक 444 एमएम बरसात हो चुकी है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण बिपरजॉय के समय आई बाढ़ रही।