गंगापुरसिटी, (वेब वार्ता)। राजस्थान में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को ईआरसीपी को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा है। गंगापुरसिटी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए। स्थानीय विधायक रामकेश मीना के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाए गए है। विरोध प्रदर्शन से केंद्रीय मंत्री नाराज हो गए। उन्होंने जिला कलेक्टर और एसपी को खरी-खरी सुनाई। केंद्रीय मंत्री का आरोप है कि जिला प्रशासन विधायक के दबाव में काम कर रहा है। शेखावत ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को सुरक्षा नहीं दी जा रही है। ऐसे में जनता को कैसे सुरक्षा देंगे। विधायक के दबाव में केंद्रीय मंत्री के प्रोटोकाल भी जिला प्रशासन भूल गया है।
दूसरी तरफ करौली में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का काफिला शहर के लक्ष्मी पैलेस मैरिज गार्डन के सामने से गुजरने वाला था। तभी एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राजेंद्र मनेवा और अन्य पदाधिकारी कार्यकर्ता अचानक काफिले के सामने काले झंडे लेकर आ गए और मंत्री शेखावत के सामने काले झंडे लहराने लगे। साथ ही ईआरसीपी योजना के प्रति अपना विरोध जताने लगे, तभी पुलिस ने और मंत्री के साथ आए सुरक्षा गार्ड्स ने मोर्चा संभालते हुए विरोध जताने वाले नेताओं को दबोच लिया।
शेखावत ने गहलोत पर लगाए आरोप
काले झंडे दिखाने के मामले पर मंत्री शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कमी को छिपाने और मुझे बेवजह बदनाम करने के लिए काले झंडे दिखाने का काम कर रहे हैं।करौली दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि ईआरसीपी के नाम पर राजस्थान की जनता को धोखा देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पाप किया है. उसका अब अंत होना शुरू हो चुका है। मंत्री ने कहा कि सीएम गहलोत ने ईआरसीपी योजना को लेकर कोई प्रयास नहीं किया, जबकि पानी की इस महत्वपूर्ण योजना के समाधान के लिए मैंने नौ बार लगातार बैठक की. मै खुद राजधानी दिल्ली से चलकर सभी अधिकारियों को लेकर जयपुर आया और बैठक की, लेकिन बैठक मे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और साथी मंत्रियों ने आने से साफ मना कर दिया और हम बैरंग वापस लौट गए।
सरकार सिर्फ राजनीति कर रही है
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आमजन को केंद्र सरकार और मेरे प्रति गुमराह कर रहे हैं। शेखावत ने कहा की ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने के नाम पर गहलोत सरकार सिर्फ राजनीति करती है. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने सीएम अशोक गहलोत पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनके पैर में चोट लगने के कारण वह बाहर नहीं जा सकते, लेकिन मैं उनको चुनौती देता हूं जयपुर में कहीं पर भी वह ईआरसीपी को लेकर अपने मंत्रियों के साथ डिबेट कर सकते हैं, मैं तैयार हूं।