जयपुर, (वेब वार्ता)। सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान (CURAJ) के 10 छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है। इन छात्रों को विश्वविद्यालय प्रबंधन के आदेशों की अवहेलना करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। इन छात्रों पर देर रात अनाधिकारिक साइट प्रदर्शित करने का आरोप है।
हालांकि एक गैर सरकारी संस्था ने दावा किया है कि इन छात्रों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनी डॉक्यूमेंट्री ‘India: The Modi Question’ की स्क्रीनिंग का आरोप है। आरोप है कि 26 जनवरी को इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की गई थी। छात्रों को शुक्रवार को विश्वविद्यालय और हॉस्टल से सस्पेंड किया गया है। इन छात्रों पर शिक्षकों और प्रशासन की आज्ञा का पालन नहीं करने का आरोप है।
पूरे मामले को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि 26 जनवरी को कैंपस में छात्रों को सोशल मीडिया में एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी गई कि गणतंत्र दिवस की शाम 7 बजे बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रखी गई है। इसके बाद कुछ छात्रों ने मोबाइल पर डॉक्यूमेंट्री को देखना शुरू किया जिसके बाद छात्रों के दो पक्ष आमने-सामने आ गये।
इस विवाद के अगले ही दिन विश्वविद्यालय ने डॉक्यूमेंट्री नहीं दिखाए जाने को लेकर एडवाइजरी भी जारी की थी। कहा जा रहा है कि सस्पेंड किये गये छात्रों को प्रोक्टोरियल बोर्ड द्वारा बताया गया है कि एक जांच में यह पाया गया है कि उक्त छात्र राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के अध्यादेश 47, (धारा 3.3 और 3.5) के तहत अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया है ऐसे में विश्वविद्यालय अध्यादेश 47 के खंड 4.3 के अनुसार उसे तत्काल प्रभाव से 14 दिनों के लिए कैंपस और छात्रावास दोनों से निष्कासित किया जाता है।
केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर कहा जा रहा है कि अजमेर जिले के किशनगढ़ में बांदरसिंदरी थाना क्षेत्र में स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों का निलंबन बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर हुए विवाद में हुआ है। इन छात्रों की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने यह डॉक्यूमेंट्री मोबाइल पर देखी थी। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से निलंबन के आदेश में डॉक्यूमेंट्री का जिक्र नहीं है। राजस्थान के अलावा दिल्ली, कोलकाता, पंजाब समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग विश्वविद्यालय में छात्रों के विभिन्न संगठन इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग कराए जाने को लेकर आमने-सामने हैं।