अलवर, (वेब वार्ता)। राजस्थान के अलवर जिला स्थित सरिस्का टाइगर रिज़र्व से 2 शावकों के जन्म का सुखद समाचार मिला। अब सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है।सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा- पर्यावरण हेतु महत्वपूर्ण बाघों के संरक्षण हेतु सरकार प्रतिबद्ध है। इस खबर के बाद सरिस्का प्रशासन और वन्यजीवों में खुशी की लहर दौड़ गई है। मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक सरिस्का आर एन मीणा के मुताबिक एसटी 19 अलवर बफर जोन में पिछले काफी समय से घूम रही है।
बाघिन दो शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई
सात जुलाई की शाम बाघिन दो शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई है। इसी स्थान पर बाघ एस टी 18 घूम रहा है जो शावकों का पिता है। वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने भी खुशी जताई और वन विभाग के अधिकारियों को बधाई दी। सरिस्का बाघ परियोजना के अलवर बफर रेंज के वन क्षेत्र में मुख्य वन संरक्षक कार्यालय वाले बफर वन क्षेत्र में पिछले पिछले वर्ष जनवरी में बाघिन एसटी 19 दो शावकों के साथ पहली बार नजर आई थी। करीब डेढ़ वर्ष बाद एक बार फिर बाघिन ने दो शावकों को जन्म दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने जताई खुशी
पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर दो शावरों के जन्म पर खुशी जताई है। इन दोनों शावको की उम्र करीब 2 माह है। सरिस्का अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल-मई माह से ही बाघिन की विशेष मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग की जा रही थी। इस क्षेत्र में सतत मॉनिटरिंग के लिए कैमरा ट्रैप पूर्व में लगा दिए गए थे। अब बाघिन और शावको की और अधिक निगरानी की जाएगी।