नई दिल्ली/जयपुर, (वेब वार्ता)। कर्नाटक विधानसभा चुनावों (karnataka Assembly Elections) के बाद जहां कांग्रेस का उत्साह बढ़ा हुआ है वहीं राजस्थान से एक बुरी खबर भी आ रही है। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (sachin Pilot) अजमेर से लेकर जयपुर तक ‘जन संघर्ष यात्रा’ (Jan Sangharsh Yatra) निकाल रहे हैं। इस संघर्ष यात्रा को भ्रष्टाचार और पेपर लीक के खिलाफ बताया जा रहा है। पायलट और गहलोत के बीच का विवाद जगजाहिर है। ऐसे में जहां गहलोत राजस्थान में सरकार रिपीट करने का दावा कर रहे हैं वहीं पायलट की यात्रा से कांग्रेस को नुकसान होता हुआ भी दिखाई दे रहा है। हाल ही में एबीपी-सी वोटर द्वारा एक सर्वे किया गया था। सर्वे के नतीजे कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत नहीं दे रहे हैं।
राजस्थान में गर्मी चरम पर है। गर्मी के साथ ही यहां का सियासी पारा भी चढ़ा हुआ है। दरअसल राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहां कांग्रेस के नेताओं के बीच कई महीनों से गुटबाजी देखने को मिल रही है। हाल ही में राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने पूर्व की वसुंधरा सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार की जांच ना करने को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा था। पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ जयपुर में एक दिन का धरना दिया था। धरने के बाद पायलट एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं। इस बार पायलट अजमेर से लेकर जयपुर तक पैदल यात्रा पर निकले हुए हैं। एबीपी और सी- वोटर ने मिलकर पायलट की इस यात्रा का कंग्रेस पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इसका सर्वे किया। इस सर्वे के नतीजे कांग्रेस के लिए अच्छे नहीं हैं।
क्या कहता है सर्वे
एबीपी और सी-वोटर (ABP C-Voter survey) द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक, जब लोगों से पूछा गया कि क्या पायलट की इस यात्रा से कांग्रेस को नुकसान होगा? इस सवाल का जवाब देते हुए 42 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इस यात्रा से कांग्रेस को बहुत ज्यादा नुकसान होगा। इसी सवाल पर 18 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इस यात्रा से ज्यादा नुकसान नहीं होगा। वहीं सर्वे के दौरान 29 प्रतिशत लोगों ने माना कि पायलट की इस यात्रा से कांग्रेस को राजस्थान में कोई नुकसान नहीं होगा। इस सर्वे ने 1 प्रतिशत लोगों ने ‘पता नहीं’ में जवाब दिया है।
राजस्थान में सचिन पायलट की यात्रा का कांग्रेस पर क्या प्रभाव पडे़गा? इस बात का सर्वे करने के लिए 1 हाजर 374 लोगों से उनकी राय ली गई। जिसमें से 42 फीसदी लोगों का मानना है कि पायलट की इस यात्रा से कांग्रेस को नुकसना होगा। इस सर्वे के मार्जिन ऑफ इरर की बात करें तो प्लस -माइनस 3 फीसदी से प्लस-माइनस 5 फीसदी तक हो सकता है। राजस्थान में साल के अंत में चुनाव होने हैं। ऐसे में पायलट की इस यात्रा से राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नुकसान होता हुआ दिखाई दे रहा है। इस सर्वे के बाद सरकार रिपीट के गहलोत के दावे को झटका लग सकता है क्योंकि अगर इस यात्रा से कांग्रेस को नुकसान होता है तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल सकता है। फिलहाल पायलट को लेकर कांग्रेस आलाकमान अपना रुख साफ नहीं कर रहा है। आने वाले दिनों में क्या होगा? यह देखने वाली बात होगी।