जयपुर, (वेब वार्ता)। राजस्थान में वसुंधरा राजे के करीब पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण की पार्टी, आजाद समाज पार्टी (आसपा) में शामिल हो गए है। रोहिताश शर्मा अब बानसूर (कोटपूतली-बहरोड़ जिला) से आसपा के प्रत्याशी होंगे। बता दें शर्मा को विधानसभा चुनाव 2018 में थानागाजी से टिकट दिया था, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों को चलते निष्कासित कर दिया था। रोहितश्व शर्मा परिवहन मंत्री रह चुके हैं। जबकि एक बार दौसा सांसद का चुनाव भी लड़ चुके है।
बानसूर से लड़ेगे चुनाव
बानसूर से शकुंतला रावत चुनाव जीतकर उद्योग मंत्री बनी है। माना जा रहा है कि इस बार भी रावत को यहां से ही टिकट मिलेगा। जबकि बीजेपी ने इस सीट से देवी सिंह शेखावत को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि रोहिताश नई जगह तलाशेंगे, लेकिन उन्होंने आज पिंक सिटी प्रेस क्लब में प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
रोहिताश शर्मा वसुंधरा राजे के बेहद करीबी माने जाते है। जब सतीश पूनिया बीजेपी के अध्यक्ष थे, तब रोहिताश ने पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया था। उसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया थाष हालांकि इसके बाद भी उन्होंने वसुंधरा राजे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर अपने कार्यालय में लगाकर रखी थी। उन्होंने भाजपा में वापसी की इच्छा भी जताई थी, लेकिन भाजपा ने जब बानसूर से देवी सिंह शेखावत को अपना अगला उम्मीदवार बनाया तो उनके लिए पार्टी के रास्ते बंद हो गए।
रोहिताश ने आवाज़ दबाने का लगाया आरोप
आसपा जॉइन करने के साथ ही रोहिताश ने भाजपा पर आवाज़ दबाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि पार्टी को अब चाटुकार पसंद आने लगे है, कोरोना में कोई नेता हमारे क्षेत्र में नहीं आया। इसीलिए मैंने कहा कि हमारी पार्टी का नेतृत्व कमजोर है। मैंने कहा था कि अगर वसुंधरा जी होती तो वह जरूर आती। इसलिए मुझे निकाल दिया। पार्टी में अपने क्षेत्र की समस्या उठाने की कोई जगह नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि आसपा गरीबों की आवाज़ उठाती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अन्य पार्टियों में आतंरिक लोकतंत्र नहीं है।