16.1 C
New Delhi
Wednesday, November 29, 2023

राजस्थान की राजनीति में हाशिए में ब्राह्मण, कांग्रेस-बीजेपी ने टिकट देने में दिखाई कंजूसी

जयपुर, 08 नवंबर (वेब वार्ता)। राजस्थान की राजनीति में ब्राह्मण हाशिए पर है। कांग्रेस-बीजेपी ने टिकट देने में कंजूसी बरती है। कांग्रेस ने 200 विधानसभा सीटों में कांग्रेस ने 16 तो बीजेपी ने 20 टिकट दिए है। पूर्व सीएम हरदेव जोशी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं। कांग्रेस का बड़ा वोट बैंक माना जाता था। लेकिन राम मंदिर आंदोलन के बाद यह वोट बीजेपी की तरफ शिफ्ट हो गया। बीजेपी ने भी इस बार ब्राह्मणों को टिकट देने में कंजूसी दिखाई है। राजस्थान में ब्राह्मण राजनीति हाशिए पर है। दोनों ही दलों ने आबादी के हिसाब से टिकट नहीं दिए है।

राजस्थान में हरदेव जोशी के जमाने में ब्राह्मण कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता था। लेकिन उनके निधन के बाद ब्राह्मण कांग्रेस से छिटक गए है। राम मंदिर आंदोलन के बाद पूरी तरह से बीजेपी में शिफ्ट हो गया। हरदेव जोशी मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे है। लेकिन दोनों ही दलों को ब्राह्मणों को उचित संख्या में टिकट नहीं दिया है। दोनों दलों का फोकस जाट और एससी-एसटी वोटर्स पर है। कांग्रेस ने राजपूत 17, ब्राह्मण 16, वैश्य 11, गुर्जर 11 और 27 टिकट महिलाओं को दिए है। जबकि बीजेपी ने इस बार अपने कोर वोट बैंक यानी राजपूतों को कम टिकट दिए है। बीजेपी ने राजपूत 25,ब्राह्मण 20, वैश्य 11, गुर्जर 10 और 20 महिलाओं को टिकट दिया है।

राजस्थान में हाशिए पर ब्राह्मण राजनीति 

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने ओबीसी और आदिवासियों खेला है। टिकट बंटवारे में जातिगत समीकरणों का पूरा ध्यान रखा है। कांग्रेस ने 36 जाट, 33 एसटी, 34 एससी और 15 टिकट मुसलमानों को दिए है। जबकि बीजेपी ने 33 जाट, एसटी 30 औऱ एससी को 34 टिकट दिए है। मुसलमानों को एक भी टिकट नहीं दिया है। बीजेपी ने हिंदुत्व कार्ड खेला है। 200 में से एक भी मुसलमान को नहीं उतारा है। यही नहीं मुस्लिम होने की आशंका के चलते अजमेर की मसूदा से भी टिकट वापस ले लिया। जबकि विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी ने अंतिम समय में युनूस खान को सचिन पायलट के खिलाफ उतारा था। युनूस खान को इस बार टिकट नहीं दिया। उन्होंने बीजेपी छोड़ दी है। बता दें राजस्थान में ब्राह्मणों की आबादी 85 लाख से ज्यादा है। यह आबादी 50 सीटों पर सीधा असर डालती है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2018 में 200 में से 18 विधायक जीत कर आए थे

कांग्रेस में कभी था वर्चस्व

राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस में कभी ब्राह्मणों के हाथ में सत्ता हुआ करती थी। हरदेव जोशी और जयनारायण व्यास जैसे दिग्गज नेता कांग्रेस ने ही दिए है। लेकिन दोनों के निधन के बाद कांग्रेस में ब्राह्मण हाशिए पर चले गए। जबकि बीजेपी राजपूतों पर ज्यादा भरोसा जताती रही है। लेकिन इस बार बीजेपी ने राजपूतों को कम टिकट दिए है। भैरोसिंह शेखावत के समय से ही राजपूत वोटर्स बीजेपी का माना जाता रहा है। लेकिन बीजेपी ने भी कांग्रेस की तर्ज पर जाट और एससी-एसटी वर्ग को ज्यादा टिकट दिए है। उल्लेखनीय है कि 19 मार्च 2023 के जयपुर में हुए ब्राह्मण महापंचायत में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में ब्राह्मणों को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की मांग की थी। कई वक्ताओं ने मुख्यमंत्री तक बनाने की मांग कर ड़ाली थी। रेलमंत्री ने कहा कि ब्राह्मण धर्म के रक्षा करने वाले हैं।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

10,370FansLike
10,000FollowersFollow
1,156FollowersFollow

Latest Articles