जयपुर, (वेब वार्ता)। राजस्थान में सीएम गहलोत और पायलट के बीच जारी खींचतान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने अपनी बात रखी है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में थरूर ने गहलोत को सीख देते हुए कहा कि किसी बात पर मतभेद हो तो भी उसे अलग तरह से कहने का तरीका होना चाहिए। अपने साथियों के लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग करना गलत है, वो तो दूसरी पार्टी के लोगों को भी ऐसा नहीं कहेंगे। थरूर ने राजस्थान में गहलोत की ओर से पायलट को लेकर गद्दार निकम्मा नाकारा जैसे शब्दों के इस्तेमाल पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए ये सीख दी। बता दें कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के दौरान सीएम गहलोत ने शशि थरूर को निशाने पर लिया था।
बोले- बदलाव के हिए चुनाव लड़ा
कांग्रेस नेता शशि थरूर देश में कांग्रेस तीन राज्यों तक सिमट कर रह जाने की स्थिति में नेतृत्व में बदलाव की दरकार पर बोले कि उन्होंने तो बदलाव के नाम पर ही चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार मिली। वहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने राहुल गांधी की इमेज बदल दी है। उनको लेकर जो ‘पप्पू बिजिनेस’ की बात होती है वो तीन आरोपों की वजह से होती है कि वो लोगों से मिलते नहीं, बात नहीं करते, विदेश चले जाते हैं। लेकिन अब वो हर आदमी से मिलते हैं, सबकी बात सुनते हैं। 160 दिन से देश में घूम रहे हैं। दर्जनों प्रेस कांफ्रेस की हैं। प्राइम मिनिस्टर ने कितनी प्रेस कांफ्रेस की हैं। जबकि राहुल गांधी से यात्रा के दौरान एक आम आदमी को मिलने का मौका मिला है, उन्हें समझने का मौका भी मिला।
राहुल गांधी की यात्रा से लोगों में ऊर्जा आई
शशि थरूर ने कहा कि कोई भी इस बात के लिए मना नहीं कर सकता कि राहुल गांधी की यात्रा से लोगों में ऊर्जा आई है। संदेश देश की एकता का है। अगर नफरत को हटाना है तो ऐसा करने में कुछ गलत नहीं है। हम चाहते हैं लोगों में ये संदेश जाए कि जो चल रहा है उसको वैसे ही स्वीकार करने की जरूरत नहीं है, बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने कहा हम फर्जी एकता की बात नहीं कर रहे हम देश में महंगाई, बेरोजगारी से दूसरे मुद्दों को भी उठा रहे हैं। वहीं आने वाली फिल्म गोडसे गांधी पर उन्होंने कहा कि जल्द महात्मा गांधी की 75वीं पुण्यतिथि आ रही है। ऐसे समय में उनके दूसरे मूल्यों के बारे में भी बोलने की जरूरत है। मेरा मानना है कि प्राइम मिनिस्टर को भी अब स्वच्छता मिशन में गांधी के चश्में के अलावा दूसरे मूल्यों के बारे में बोलना चाहिए