कोटा, (वेब वार्ता)। राजस्थान के कोटा जिले में फसल खराब होने से परेशान होकर एक किसान ने आत्महत्या कर ली है। इसकी तहरीर मृतक के बेटे मनीष ने दी है। इसमें फसल खराबा और कर्जा ज्यादा होने के चलते आत्महत्या की बात कही गई है। मामले की जांच की जा रही है। बता दें हाड़ौती में बीते दिनों हुई बेमौसम बारिश के चलते किसानों की फसल नष्ट होने से करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। इससे बूंदी जिले में परेशान होकर एक किसान ने आत्महत्या कर ली है।
जिले के तालेड़ा पंचायत समिति इलाके के बाजड़ गांव के किसान पृथ्वीराज बैरवा ने फसल खराब होने से नुकसान के कारण सदमें आकर आत्महत्या कर ली। तालेड़ा थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार मृतक के बेटे ने फसल खराब और कर्जा ज्यादा होने के चलते आत्महत्या करने की तहरीर दी है। उसके अनुसार ही मृतक का पोस्टमार्टम और पंचनामा करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले में जांच की जा रही है।
किसान ने कर्ज भी लिया था
बाजड़ सरपंच नाथूलाल उनका कहना है कि पृथ्वीराज बैरवा 60 साल का था और उसके पास महज तीन से चार बीघा जमीन थी। जबकि बेटी-बेटियों की शादी में उसने कर्ज भी लिया था। इसके चलते करीब 5 लाख का कर्जा उसके ऊपर था, वह शनिवार को सुबह 10 बजे खेत पर गया था। जहां पर बीते दिनों हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसल खराब देखकर वह परेशान हो गया और आत्महत्या का प्रयास किया। इसकी जानकारी परिजनों को सुबह 11:00 बजे पड़ोसी खेतवालों ने दी। इसके बाद परिजन उसे खेत से लेकर तालेड़ा अस्पताल पहुंचे जहां से चिकित्सकों ने उसे कोटा रेफर कर दिया। कोटा में रविवार देर रात 3:30 पर उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद उसके शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
मृतक के बेटे मनीष का कहना है उसके पिता पृथ्वीराज ही घर का खर्चा चला रहे थे। वह और उसका भाई नारायण कोटा में भवन निर्माण की मजदूरी के लिए आते हैं। दोनों भाइयों और बहन की शादी के लिए पिता ने कर्जा लिया था जो नहीं चुका पाए थे। इस बार खेत में खड़ी फसल से काफी उम्मीद थी, लेकिन वह भी खराब हो गई। इससे पिता परेशान थे। उन्होंने कहा कि हमारे घर में एक दर्जन सदस्य हैं। जिनपर अब आर्थिक संकट आ गया है।