जयपुर, (वेब वार्ता)। राजस्थान में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान हाईकोर्ट से राहत मिली है। कोर्ट ने गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक लगा दी है। जस्टिस कुलदीप माथुर ने राजस्थान पुलिस और एसओजी को गिरफ्तार नहीं करने के निर्देश दिए है। केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी पर रोक के बाद सीएम गहलोत की प्रतिक्रिया आई है।
सीएम गहलोत ने कहा कि शेखावत कल तक तो कह रहे थे कि मैं मुलजिम हूं ही नहीं। फिर हाईकोर्ट जानें की जरूरत क्यों पड़ी। शेखावत ने अपने अरेस्ट होने पर पांबदी लगवाई है। जरूरत क्यों पड़ी। मैं फिर कहना चाहूंगा आप मुलजिम तो हो ही। आपका परिवार मुलजिम है। शेखावत के साथी मुलजिम है। यह बहुत गंभीर केस है।
गहलोत बोले- दो लाख लोग बर्बाद हो गए
सीएम गहलोत ने कहा कि संजीवनी घोटाला मामले में दो लाख लोग बर्बाद हो गए। उनकों शर्म आनी चाहिए कि एक केंद्रीय मंत्री होने के बाद अपनी गलती स्वीकार करें। अपने दोस्तों से कहें जो संपत्ति है उनके पास देश-विदेश में संपत्तियों को बेचे। पैसा चुकवाएं। सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बनना किसे कहते हैं। केंद्रीय मंत्री बनना अपने आप में एक बड़ी मान सम्मान की बात होती है। जिंदगी में और क्या चाहिए उनको। जोधपुर, बाड़मेर समेत राजस्थान के लोग बर्बाद हो रहे हैं। जयपुर में मुझसे लोग मिले। रोने लग गए। जिनमें कई महिलाएं शामिल थी। इनको शर्म नहीं आती है क्या। जो आदमी केंद्रीय मंत्री बन गया है। और क्या चाहिए।
पीएम तुरंत बर्खास्त करें
सीएम गहलोत ने कहा कि विधायक बनता है खुश रहता है। जिंदगी में। मुझे अवसर मिल गया। ऐसे मंत्री का नैतिक अधिकार नहीं है मंत्री रहने का। प्रधानमंत्री को चाहिए ऐसे मंत्री बर्खास्त करें। मुझे बड़ा गुस्सा आ रहा है वो आगे बढ़कर नहीं कह रहे है कि मैं पैसा वापस दिलवाऊंगा। दिलवान नहीं रहे पैसा वापस, मुलजिम नहीं थे तो हाईकोर्ट क्यों गए।