जयपुर, (वेब वार्ता)। राजस्थान में व्यापारियों और कारोबारियों से जबरन रंगदारी वसूलने वाला एक्सटॉर्शन गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। ये गैंग व्यापारियों के साथ ही पुलिस के लिए भी बड़ा सिरदर्द बनते जा रहे हैं। जयपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में जयपुर के छह कारोबारियों के पास रंगदारी देने के कॉल आए हैं। जयपुर में शनिवार देर रात एक होटल में हुई गोलीबारी की घटना ने गैंगस्टर रोहित गोदारा और लॉरेंस बिश्नोई द्वारा चलाए जा रहे एक्सटॉर्शन सिंडिकेट की याद ताजा कर दी है।
दैनिक अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि गोदारा द्वारा एक प्रमुख क्लब के मालिक को 9 जनवरी के आसपास इसी तरह से जबरन वसूली के लिए धमकी दी गई थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि व्यवसायी द्वारा अशोक नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। शनिवार को होटल में हुई फायरिंग में रोहित गोदारा के भी शामिल होने का शक है।
बीते साल नवंबर महीने में गोदारा पर एक व्यवसायी को 5 करोड़ रुपये की रंगदारी के लिए धमकाने का आरोप लगा था। लगभग उसी समय, एक उद्योगपति ने भी ऐसा ही आरोप लगाया था कि लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों ने उन्हें 2 करोड़ रुपये की फिरौती के लिए कॉल किया था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जबरन वसूली की कॉल उनके लिए सबसे बड़ी परेशानी बन गई हैं।
एक अधिकारी ने कहा, हमने एक स्पेशल टीम बनाई है, इसमें कॉल करने वालों को ट्रैक करने के लिए साइबर एक्सपर्ट भी शामिल हैं। हमारी टीमें गोदारा और अन्य गैंगस्टरों के स्थानीय सहयोगियों की भी तलाश कर रही हैं। पुलिस को शक है कि कॉल वॉयसओवर-इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) नंबरों के जरिए की गई थीं।
अधिकारी ने कहा कि गैंगस्टर राजू ठेठ की हत्या के बाद रंगदारी मांगने की कॉल में अचानक उछाल आया है, जिसमें व्यापारियों को पैसे देने के लिए धमकाया जा रहा है। रोहित गोदारा और लॉरेंस बिश्नोई से कथित संबंधों वाले लगभग 100 संदिग्धों से हाल के महीनों में जयपुर के विभिन्न पुलिस थानों में पूछताछ की गई है। पुलिस को शक है कि इन संदिग्धों द्वारा ही गैंगस्टरों को स्थानीय सहायता प्रदान की जा रही है।