अब जब असली शिवसेना को लेकर दो गुटों के बीच जंग चल रही है तो कहा जा रहा है कि तेजस ठाकरे भी सियासी मैदान में उतर सकते हैं। पोस्टर में उद्धव ठाकरे, बालासाहेब ठाकरे, आदित्य ठाकरे के साथ तेजस ठाकरे की फोटो लगाई गई है। कुछ दिनों पहले दही हांडी उत्सव के दौरान भी शिवसेना के बैनरों पर तेजस ठाकरे की तस्वीर देखी गई थी। इसमें बालासाहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’, उद्धव ठाकरे को ‘कुटुंब प्रमुख’, जबकि आदित्य ठाकरे और तेजस ठाकरे को क्रमशः ‘युवानेतृत्व’ और ‘युवाशक्ति’ बताया गया था।
युवा सेना की मिल सकती है जिम्मेदारी
आदित्य ठाकरे ने पिछले कुछ सालों में राजनीति में अपने पैर जमा लिए हैं। वह महाविकास अघाड़ी सरकार में पर्यटन व पर्यावरण मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि शिवसेना के अंदर दूसरा धड़ा बनने से आदित्य ठाकरे को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि राजनीति में आदित्य ठाकरे की लॉन्चिंग पैड बन चुकी युवा सेना का नेतृत्व तेजस ठाकरे के पास जाएगा। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ठाकरे परिवार के कनेक्शन के कारण तेजस ठाकरे युवा वोटरों को आकर्षित कर सकते हैं।
2010 में लॉन्च हुए थे आदित्य ठाकरे
इससे पहले साल 2010 में शिवसेना प्रमुख बालसाहेब ठाकरे ने दशहरा रैली के दौरान आदित्य ठाकरे को लॉन्च कर युवा सेना का प्रमुख बनाया था। 2012 की दशहरा रैली में स्वास्थ्य कारणों से बाल ठाकरे शामिल नहीं हुए थे लेकिन उनका रिकॉर्डेड वीडियो भाषण शिवसैनिकों सुनाया गया था। इसमें बालसाहेब ने कहा था कि अबतक आपने मुझे संभाला है, वैसे ही उद्धव और आदित्य को संभालो।