मुंबई, (वेब वार्ता)। उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत (Sajay Raut) ने कहा है कि मराठा आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कैबिनेट (Shinde Cabinate) में गैंगवार (Gang War) जैसे हालात (Situation) बन गए हैं। उन्होंने दावा किया कि बुधवार को कैबिनेट की बैठक के दौरान दो मंत्री आपस में भिड़ गए थे।
राउत ने कहा कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर जिस तरह से कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल और शंभुराजे देसाई के बीच विवाद चल रहा है। इससे लगता है कि सीएम शिंदे का अपने ही सरकार के मंत्रियों पर कंट्रोल नहीं है। राउत ने कहा कि महायुति सरकार आरक्षण के नाम पर मराठा और ओबीसी समुदायों के बीच विवाद पैदा करने का काम कर रही है। इस सरकार में सीएम शिंदे का कोई सम्मान नहीं करता है।
राउत का दावा झूठा
कैबिनेट मंत्री हसन मुश्रीफ ने राउत के दावे को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि सेना प्रवक्ता सरासर झूठ बोल रहे हैं। कैबिनेट बैठक में ऐसा कोई विवाद नहीं हुआ। मुश्रीफ ने कहा कि सारे मंत्री सौहार्दपूर्ण ढंग से काम कर रहे हैं। मराठा आरक्षण के मुद्दे पर सभी मंत्रियों को संयम से बोलना चाहिए, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह सुझाव दिया। इसके अलावा बैठक में कोई विवाद नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर राउत अपने आरोप को साबित कर दें तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।
क्या है विवाद
मंत्री भुजबल ने अपनी ही सरकार पर आरोप लगाया है कि मराठों को आरक्षण देने के नाम पर ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। दूसरी तरफ मंत्री देसाई ने कहा है कि भुजबल को इस तरह के विरोधाभासी बयान नहीं देने चाहिए। इस विवाद के बाद सीएम शिंदे ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि कैबिनेट मंत्री इस तरह से सार्वजनिक रूप से बयानबाजी से बचें। इससे सरकार की इमेज खराब हो रही है।