वहीं कुल्लू पहुंचने पर पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल, उत्सवों, पर्वों, त्योहारों का प्रदेश है, इन उत्सवों की एक और विशेषता है कि ये देव और लोक का अद्भुत संगम होते हैं, इनमें आस्था भी होती है और गीत-संगीत-नृत्य-व्यापार जैसे लोकजीवन के पहलू भी रहते हैं। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे ऐतिहासिक कुल्लू दशहरे का हिस्सा बनने का अवसर मिला।
पीएम मोदी ने कहा कि समय के साथ कुल्लू सहित पूरा हिमाचल प्रदेश बदला है, लेकिन मुझे संतोष है कि यहां के लोगों ने अपनी संस्कृति को और अधिक सशक्त किया है। हमारी असली विरासत हमारी संस्कृति और लोकजीवन है, जो हजारों वर्षों से हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करते आ रहे हैं। हम दुनिया में कहीं भी रहें, इसकी पहचान हमें हमारी ये विरासत ही कराती है।