जयपुर: राजधानी जयपुर में अमीरों से फिरौती मांगने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। बीते दो महीने में कुख्यात गैंगस्टर के नाम से करोड़ों रुपए की फिरौती मांगने की तीन घटनाएं सामने आ चुकी है। हाल ही में 10 जनवरी को दिनदहाड़े पुलिस की वर्दी में आए बदमाशों ने एक होटल व्यवसायी का अपहरण कर लिया। करीब 5 घंटे तक बदमाश व्यवसायी को अपनी गाड़ी में घूमाते रहे। फिर मारपीट करने के बाद जान से मारने की धमकी देकर 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। व्यापारी की ओर से 50 लाख रुपए नकद दिए जाने पर बदमाशों ने उसे छोड़ा। व्यापारियों को बदमाशों ने यह कहते हुए छोड़ा कि आगामी तीन दिन में डेढ़ करोड़ रुपए का इंतजाम करें । वरना उन्हें और उनके बच्चों को जान से मार दिया जाएगा।
पुलिस ने चार बदमाशों को किया गिरफ्तार
शनिवार 14 जनवरी की शाम को जयपुर कमिश्नरेट के डीसीपी साउथ ने लूट की इस बड़ी वारदात का खुलासा किया। डीसीपी योगेश गोयल ने बताया कि 11 जनवरी को परिवादी अजय मंगल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। 10 जनवरी को पुलिस की वर्दी में कुछ बदमाशों ने उनका अपहरण किया। बाद में जान से मारने की धमकी देकर 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। घबराए व्यापारी ने 50 लाख रुपए दिए। तब जाकर बदमाशों ने उन्हें छोड़ा। साथ ही डेढ लाख रुपए का इंतजाम करने की धमकी दी थी। पुलिस ने इस गंभीर वारदात के बाद त्वरित कार्रवाई की। इसके बाद 4 बदमाशों मुनेश मीणा, नितेश मीणा, महेश शर्मा और सुमन मीणा को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 24 लाख रुपए नकद, पुलिस की वर्दी, वारदात में प्रयुक्त गाड़ी, दो पिस्टल और तीन जिन्दा कारतूस जब्त किए हैं। इन बदमाशों के अन्य साथियों की तलाश जारी है।
ऐसे किया होटल कारोबारी का अपहरण
मानसरोवर निवासी अजय मंगल की जयपुर के केन्द्रीय बस स्टेशन सिंधी कैंप के पास होटल है। रोजाना की तरह वे सुबह करीब 10 बजे घर से होटल जाने के लिए निकले। कुछ ही देर बाद न्यू सांगानेर रोड़ से गुजरने के दौरान बीआरटीएस कोरीडोर में पुलिस की वर्दी में खड़े शख्स ने गाड़ी को रुकवाया। पूछा कि 31 दिसंबर को आपकी गाड़ी कहां थी। व्यापारी ने कहा कि वे घर पर थे। इस पर पुलिस की वर्दी पहने बदमाश ने कहा कि 31 दिसंबर की रात को एक वारदात हुई, जिसमें आपकी गाड़ी का नम्बर सामने आया है। इतना कर बदमाश ने अजय मंगल से कहा कि वे अपनी गाड़ी से बाहर निकलें और पुलिस के वाहन में बैठे उच्च अधिकारी से बात करें। अजय मंगल बदमाश की ओर से बताई गई गाड़ी के पास पहुंचा तो बदमाशों ने उन्हें अपनी गाड़ी में पटक लिया और अपहरण कर लिया।
कनपटी पर पिस्तौल रख कर 2 करोड़ रुपए देने को कहा
पीड़ित अजय मंगल के मुताबिक किडनैप करने के बाद बदमाशों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। कनपटी पर पिस्तौल तान कर 2 करोड़ रुपए देने के लिए कहा। वरना उन्हें और उनके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी। घबराए व्यापारी ने रुपयों का इंतजाम करना शुरू किया। एकाध दोस्त को कॉल किया लेकिन रुपयों का इंतजाम नहीं हो सका। बाद में व्यापारी ने अपने साडू को कॉल करके 2 करोड़ रुपए की अर्जेंट व्यवस्था करने को कहा। साडू ने कहा कि इतने रुपयों का इंतजाम नहीं हो सकता। बाद में जैसे तैसे 50 लाख रुपए का इंतजाम किया गया। आरोपियों ने 50 लाख रुपए लेकर अजय मंगल को यह कहते हुए छोड़ा कि आगामी दो तीन दिन में डेढ करोड़ रुपए की व्यवस्था कर दें वरना उन्हें और उनके बच्चों को गोली मार देंगे। 10 जनवरी की शाम को व्यापारी अपने घर चला गया और वारदात के बारे में किसी को नहीं बताया। अगले दिन 11 जनवरी को शिप्रापथ थाने पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज कराई।
सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन से पुलिस को मिला क्लू
लूट की वारदात के बाद डीसीपी योगेश गोयल ने स्पेशल टीम का गठन किया। न्यू सांगानेर रोड़, व्यापारी के घर से लेकर होटल तक और जिन रास्तों पर बदमाशों ने अजय मंगल को 5 घंटे तक घूमाया, उन रास्तों का पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जुटाया। साथ में मोबाइल लोकेशन की जानकारी भी जुटाई। तकनीकी जांच के दौरान पुलिस को क्लू मिला कि होटल में कार्यरत एक पूर्व कर्मचारी के बेटे की भूमिका इस वारदात में है। पुलिस ने अजय मंगल की होटल के कर्मचारी रहे पंखीलाल मीणा और उनके बेटे सुमन मीणा के बारे में जानकारी जुटाई तो वे आपराधिक मामलों में लिप्त पाए गए। जांच में यह भी पता चला कि कुछ सालों पहले पंखीलाल मीणा ने भी अजय मंगल से लाखों रुपए ऐंठे थे। इस एंगल से जांच करते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंची और मामले का खुलासा कर दिया।
सुमन मीणा को हिरासत में लिया तो हुआ वारदात का पर्दाफाश
सबसे पहले पुलिस ने सवाई माधोपुर के बामनवास निवासी पंखीलाल मीणा के बेटे सुमन मीणा को दबोचा। सख्ती से पूछताछ करने पर सुमन मीणा ने कबूल किया कि अजय मंगल के साथ अपहरण और लूट की वारदात उन्हीं के साथियों ने की थी। सुमन मीणा की निशानदेही पर पुलिस ने दौसा जिले के मंडावरी निवासी मुनेश कुमार मीणा, महेश शर्मा और नितेश कुमार मीणा को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से व्यापारी से फिरौती की एवज में ऐंठे गए 24 लाख रुपए नकद बरामद किए। साथ ही वारदात में प्रयुक्त की गई गाड़ी, फर्जी नम्बर प्लेट, पुलिस की वर्दी, दो देशी कट्टे और 3 जिन्दा कारतूस भी बरामद किए।
ड्राइवर और चौकीदार ने बनाया व्यापारी को शिकार
जांच में पता चला कि अजय मंगल की होटल में सवाई माधोपुर निवासी पंखी लाल मीणा और चुन्नीलाल मीणा नौकरी करते थे। ये दोनों सगे भाई हैं और होटल में एक ड्राइवर तो दूसरा चौकीदार था। पंखीलाल और चुन्नीलाल ने करीब 15 साल तक अजय मंगल की होटल में नौकरी की थी। इस दौरान पंखीलाल अपने परिवार सहित अजय मंगल के एक फार्म हाउस पर रहता था। रुपयों के लालच में पंखीलाल ने फार्म हाउस खाली करने की एवज में अजय मंगल से 15 लाख रुपए मांगे थे। रुपए नहीं देने पर पंखीलाल की पत्नी ने अजय मंगल के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा दिया। बचाव के लिए अजय मंगल ने 15 लाख रुपए दिए, तब उस मामले में राजीनामा हुआ था। अब पंखीलाल का बेटा सुमन मीणा दोबारा से अजय मंगल से करोड़ों रुपए ऐंठने में था। उसी ने अपहरण और फिरौती मांगने की साजिश रची और अपने साथियों को इस वारदात में शामिल किया था। आरोपियों को लगा कि अजय मंगल डर के मारे रुपए दे देगा और पुलिस को सूचना नहीं देगा लेकिन पीड़ित ने पुलिस की मदद ली तो वारदात को अंजाम देने वाले गिरफ्तार कर लिए गए।