-उगाही वसूली को जेल से फोन कर व्यवसायीयो को धमकायाजा रहा
हल्द्वानी, 17 दिसंबर (विक्रम अश्विन)। अपराध पर अंकुष लगाने को सुरक्षा पर सवाल उत्पन्न होते है। नकबजनी लूट सेधमारी के महिना भर में 07 मामलो का निस्तारण किया जा सका है। विभिन्न अपराधो में लिप्त पाये गये अपराधियो से 6लाख 58 हजार की रिकवरी हुयी है। नैनीताल जनपद अपराध के मामले में संवेदनषील क्षेत्र हैं हरियाणा से अफीम स्मैक एवं हथियार हल्द्ववानी में पहुचते है। 75 एमएम की पिस्टल 7 हजार 900 रुपयो में पा्रप्त की जा सकती है।
खत्याणी का असलाह तस्कर सुशील मुंछ नैनीताल एवं अल्मोडा में असलाह तस्करी करता है। असलाह तस्कर सुशील मुंछ 1979 से अब्दुल मलिक उर्फ रज्जाक मलिक के साथ असलाह तस्करी को अंजाम देता है। इनके शार्प शूटर भाडे पर हत्या को अंजाम देने से नही चूकते है। पंकज खंडेलवाल की हत्या हो आपसी गैंगवार हो सुरक्षा पर सवाल है ही। आपसी गैंगवार में गोपाल पुरी की हत्या उसके ही साथियो ने की। गोपाल पुरी का भी गैंगस्टर इतिहास रहा है। योगेंद्र चौहान का शांतिपुरी में खनन पर वर्चस्व था। बलवंत कन्याल एवं प्रताप बिष्ट ने खनन वर्चस्व को लेकर योगेंद्र चौहान की हत्या कर गैंगवार के इतिहास में दखल दी। प्रताप बिष्ट छात्र नेता रह चुका है।
हल्द्वानी में आयेदिन होती गैंगवार से संरक्षा बलो के हाथ पांव नही फूले है। हरिद्वार के आरएसएस नेता से अल्मोडा जेल में बंद हत्यारोपी ने उगाही के तौर पर 10000000 रुपये की मांग की। अल्मोडा जेल अपराधियो का अडडा बनता जा रहा है। पौणी जेल से ट्रंस्स्फर होकर अल्मोडा जेल में षिफट होने की अपराधियो की मंषा जाहिर करती है।जेल कुख्यात अपराधियो की मूफिद जगह बन गया है।
पौणी जेल के जेलर करनैल को वर्ष 2007 में पवन करनैल ने गोली मार कर हत्या कर दी। जिसके मुफिद कहा जा रहा है कि पौणी जेल के बाद अल्मोडा जेल सजायाफता अपराधियो की पनाहगाह बन गया है। पौणी जेल गैंगस्टर सुनील राठी एवं संजीव जीवा के लिये मुफिद षामील हुयी थी। यह 2007 तक चला। गैंगस्टर सुनील राठी का हल्द्वानी से नाता है। बागपत जेल से टा्रस्फर कर किसी हाईप्रांेफाईल गेम में वापस सुनील राठी को हरिद्वार जेल लाया गयाहै। एक बस कंडक्टर से कैस लूट को अंजाम देने के बाद राठी गिरफत में आया था।
गलातखानो से आयी खबरो ने पौणी जेल को सजायफता अपराधियो की मुफिद पनाहगाह के तौर पर ठिकाना था। 04 अगस्त 2013 को रुणकी जेल परिसर के बाहर चीनू पंडित भाई मोनू पंडित तरुण त्यागी रमन मारवाह लोकेंर्द पर सूमो से आये हथियारबंद लोगो ने अंधाधंुध फायरिंग कर दी। जिसमे चीनू पंडित एवं मोनू पंडित को बचाते हुऐ तरुण त्यागी रमन मारवाह एवं लोकेंद्र को जान गवानी पडी थी।
वर्ष 2013 के बाद अपराध जगत में काफी उलट फेर हुऐ। अपराधियो ने जेल से ही गैंग को आपरेट करना शुरु कर दिया। गैंगस्टर सहदेव 2016 को हल्द्वानी बस स्टेषन परिसर पर फायरिग करते हिरासत में लिया गया था। जिसे बाद में अल्मोडा जेल षिफट कर यिा गया। अल्मोछा जेल में बंद गैंगस्टर कलीम ने हरिद्वार के आरएसएस नेता मोनू पंछित से 1 करोड की रंगदारी मांगी। कुमाउ मण्डल में पुलिस प्रशासन ने आपरेशन चक्रव्यूह चलाया है। 163 लोगो को हिरासत। में रखा गया है। जिसमे 42 कुख्यात अपराधियो की श्रेणी में आते है। 01 दिसम्बर से चलाये आपरेशन चक्रव्यूह 11 दिन में हिरासत में लिया गया।