नई टैक्स स्कीम में राहत खत्म: पटोले
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ‘महंगाई, बेरोजगारी, किसान, मनरेगा, पेट्रोल, डीजल, एलपीजी गैस के दाम में वृद्धि, कृषि उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसे ज्वलंत मुद्दों पर वित्त मंत्री ने अपनी जुबान नहीं खोली। इस बजट से देश की आम जनता को निराशा ही मिली है।’ उन्होंने कहा, ‘इनकम टैक्स में दी गई छूट कांग्रेस शासित राज्यों में लागू की गई पुरानी पेंशन योजना के दबाव में उठाया गया कदम है। लेकिन यह भी एक छलावा है।
सरकार की नई आयकर योजना के अनुसार जिनकी आय 10 लाख रुपये है, उन्हें 78 हजार रुपये आयकर देना होगा। पुरानी स्कीम में यह 65 हजार रुपये था। यहां राहत मिलने के बजाय 13 हजार रुपये का आयकर का बोझ मिडल क्लास पर पड़ेगा। नई टैक्स स्कीम में होम लोन पर इनकम टैक्स बेनिफिट, सेक्शन 80सी, 80डी, 24बी के तहत कोई राहत नहीं मिलेगी।’ पटोले ने कहा कि ‘सरकार को महिलाओं को बचत पर ज्यादा ब्याज दर का लालच देने के बजाय एलपीजी सिलेंडर की कीमत और महंगाई को कम करने के लिए कुछ उपायों की घोषणा करनी चाहिए थी।’
अशोक चव्हाण ने गिनाई खामियां
अशोक चव्हाण ने भी बजट को लेकर खामियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि बजट में मनरेगा के बजटीय आबंटन में 21.66 फीसदी कटौती करके मोदी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार पर कैंची चला दी। सवाल खड़े करते हुए अशोक चव्हाण ने कहा कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा का क्या हुआ? फसल कर्ज पर ब्याज दर में कोई रियायत नहीं मिली। साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़े किए।
ग्रोथ का है यह बजट: फडणवीस
राज्य के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर बजट की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह बजट अमृत काल का ‘सर्वजन हितैषी’ बजट है। यह बजट अगले 25 वर्ष में विकसित भारत का रास्ता साफ करता है।’ उन्होंने कहा, ‘इसे ग्रोथ का बजट कह सकते हैं, ग्रीन बजट कह सकते हैं, इंफ्रास्ट्रक्चर बजट कह सकते हैं, मिडिल क्लास बजट कह सकते हैं, लास्ट मैन बजट कह सकते हैं। ऐसे सभी लोगों को इस बजट से बड़ी मदद मिल रही है।’ फायदे गिनाते हुए उन्होंने कहा कि सात लाख रुपये तक की आय पर कर में छूट से निम्न मध्य वर्ग को मदद मिलेगी। 15 लाख रुपये तक की आय पर 1.5 लाख रुपये की आयकर सीमा से मध्य वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी।