एएसआई भुनेश्वर के नेतृत्व में छापेमारी करने जा रही थी पुलिस
हुसैनगंज थाने की पुलिस टीम एएसआई भुनेश्वर सिंह के नेतृत्व में छापेमारी के मैरवा जा रही थी। गाड़ी चालक शंभू दयाल प्रसाद चला रहे थे। वहीं आगे की सीट पर एएसआई भुनेश्वर सिंह बैठे थे। जबकि पिछले की सीट पर होमगार्ड जवान रामानन्द साह, रामपुकार सिंह और सुभाष प्रसाद थे। तीतरा से आगे बढ़ने पर पुलिस की गाड़ी रोड पर खड़े ट्रक से जा भिड़ी। टक्कर इतना भीषण था कि पुलिस की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। इसमें एएसआई की भुनेश्वर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि चालक शंभू प्रसाद समेत सभी पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
एएसआई की मौत की खबर से पुलिस महकमे में शोक
एएसआई भुनेश्वर की मौत की खबर से पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद सुबह पुलिस लाइन लाया गया। जहां एसपी शैलेश कुमार सिन्हा समेत पुलिस पदाधिकारियों ने उन्हें आखिरी विदाई दी। इस दौरान एसपी ने उन्हें कर्तव्यनिष्ट पदाधिकारी बताते हुए कहा कि एएसआई भुनेश्वर की मौत सरकारी ड्यूटी में हुई है। ऐसे में उनके परिवार को विभाग के तरफ से हर तरह का लाभ दिया जाएगा।
यूपी के चंदौली जिले के रहने वाले थे एएसआई
एएसआई भुवनेश्वर सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के सकलडीहा थाना क्षेत्र के विशुनपुरा निवासी स्व० राम नगीना सिंह के 48 वर्षीय पुत्र थे। हुसैनगंज थाने में पिछले 2 साल से अधिक समय से वे एएसआई के पद पर कार्यरत थे। एएसआई की अचानक मौत से परिवार के लोग भी सदमे में हैं।
एक महीने में हुसैनगंज थाने के दो दारोगा की मौत
हुसैनगंज थाने में एक महीने के अंदर दो दारोगा की मौत से सभी आहत हैं। दरअसल पिछ्ले महीने 19 जून को पीटीसी दारोगा कलामुद्दीन खान की मौत हो गई थे। तेज गर्मी में उन्हें लू लग गया था। वहीं ठीक 20 दिन बाद एएसआई भुनेश्वर सिंह की भी सड़क हादसे में मौत हो गई। इससे हुसैनगंज थाने के पुलिसकर्मियों में भय का माहौल बन गया है।