भागलपुर, 05 सितंबर (वेब वार्ता)। मंगलवार को को नगर निगम, भागलपुर के पार्षदों का एक शिष्ट मंडल पार्षद सह स्थाई समिति के सदस्य संध्या गुप्ता के नेतृत्व में नगर आयुक्त, भागलपुर के तानाशाही रवैये खिलाफ भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा से उनके आवास पर मुलाकात किया एवं निगम में फैले व्याप्त भ्रष्टाचार से संबंधित एक ज्ञापण सौंपा।
शिष्ट मंडल द्वारा बताया गया कि भागलपुर शहर की सफाई व्यवस्था पूर्णतया चरमराई हुई है। सफाई हेतु चयनित आउटसोर्स कम्पनी एनआईटी के शर्त के आधार पर सफाई का कार्य नही कर रही है। निगम के द्वारा डेंगू के महाप्रकोप से बचाने के लिए फॉगिंग और एण्टी लार्वा का छिड़काव के नाम पर केवल खानापूर्ति किया जा रहा है। होल्डिंग टैक्स वसूली में आम जनाता को परेशान किया जा रहा है एवं मनमाने ढंग से होल्डिंग टैक्स की वसूली की जा रही है। जिसके कारण आम जनता पूरी तरह से त्रस्त है।
नगर आयुक्त, भागलपुर अपने तानाशाही रवैये से पार्षदों को आवाज उठाने से रोकने के लिए निगम के मुख्य द्वार पर तुगलकी फरमान का बोर्ड लगा दिया गया है। जिसमें पार्षद एवं आम जनता के नाम निगम पदाधिकारी के उपर आवाज उठाने पर या कार्य कराने का दबाव बनाने पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी गई है। शिष्ट मंडल द्वारा विधायक से जनहित में शहर की सारी समस्याओं का स्वयं के स्तर पर संज्ञान लेते हुए समुचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया एवं नगर निगम की सामान्य बोर्ड की बैठक में नगर निगम अधिनियम के तहत् अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का अनुरोध किया।इस अवसर पर पार्षदगण अनिल कुमार पासवान, संजय कुमार सिन्हा, अमृता राज, गोविन्द बनर्जी, संध्या गुप्ता, सिम्पी कुमारी, मीरा राय, प्रीति देवी कुसुमा देवी, शाहिदा खातुन, रूपा देवी, बदरूद्दीन, एबुनिशा, नुसरत, शशिकला देवी, पंकज कुमार गुप्ता इत्यादि उपस्थित थे।