आज शुक्रवार को विधानसभा सत्र के दौरान तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ हो रही मारपीट और परिजनों को सताए जाने को लेकर बीजेपी विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन शोर-शराबे और हंगामे के बीच बीता। इस दौरान बीजेपी के पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा, प्रमोद कुमार, जनक सिंह, और लखींद्र पासवान ने जोरदार तरीके से बिहार के मजदूरों के साथ तमिलनाडु में हो रही मारपीट का मुद्दा उठाया। जीवेश मिश्रा ने उत्तेजित होकर सदन के भीतर कुर्सी उठा ली और उसे पटक दिया। इससे नाराज होकर स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी को कार्रवाई का आदेश दिया।
आचरण नहीं सुधारेंगे तो सदन से निष्कासित कर देंगे: चौधरी
अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि हंगामा कर रहे विधायकों के नाम सूचीबद्ध किए जाएं। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने तमाम विधायकों को दोबारा ऐसी हरकत करने पर निष्कासित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अगर विधायक सदन की गरिमा और अपना आचरण नहीं सुधारेंगे तो उन्हें सदन से निष्कासित करने का फैसला लेना पड़ेगा।
विजय सिन्हा ने कहा- धमकी से डर नहीं
बीजेपी के विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने संसदीय कार्य मंत्री और अवध बिहारी चौधरी की चेतावनी को नकारते हुए कहा कि हम ऐसी धमकी से डरते नहीं हैं। उन्होंने अवध बिहारी चौधरी पर सत्ता पक्ष के स्पीकर के रूप में काम करने का आरोप लगाया। विजय सिन्हा ने अवध बिहारी चौधरी को संदेश देते हुए कहा कि अगर वे अपने आचरण का पालन नहीं करेंगे तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष के ऐसे आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह अपराध में बार-बार करूंगा : जीवेश मिश्रा
जाले विधायक और पूर्व मंत्री ने जीवेश मिश्रा ने कहा कि मुद्दों को उठाने के लिए ऐसा निष्कासन स्वीकार्य है। जीवेश मिश्रा ने कहा कि सड़क से सदन तक मुद्दों को उठाएंगे। पूर्व आईटी मिनिस्टर और मानव संसाधन मंत्री शिवेश मिश्रा ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने किसी प्रकार से कोई सदन की गरिमा को प्रभावित नहीं किया है। अगर सदन में बिहार के अपमान का मुद्दा उठाना गलत है तो यह अपराध मैं बार-बार करूंगा।