-अकबर खान-
भोपाल, 01 मार्च (वेब वार्ता)। महानिरीक्षक पंजीयन कार्यालय भोपाल के कर्मचारी को लोकायुक्त भोपाल की टीम ने बुधवार को तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया है। उस पर नीमच जिले के एक पंचायत सचिव की शिकायती आवेदन की जांच को आगे बढ़ाने के लिए करीब पचास हजार रुपये मांग रहा रहा था। इस पीड़ित ने मामले की शिकायत एसपी लोकायुक्त कार्यालय में की थी। उसके बाद यह कार्रवाई की गई। लोकायुक्त ने आरोपियों के विरुद्ध धारा 7,12 पीसी एक्ट, धारा 120 (बी) भादवि के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की है।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक मनु व्यास ने बताया कि ग्राम उमर थाना रतनगढ़ जिला नीमच निवासी मोहम्मद हारून ने एसपी लोकायुक्त मनु व्यास को 27 फरवरी 2023 को एक शिकायत की थी कि उसके बड़े भाई अल्ताफ उद्दीन ने ग्राम सचिव कन्हैया लाल के साथ मिलकर फर्जी भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी करवा कर उसके शासकीय भूमि पर बने मकान की अपनी पत्नी तस्लीम बानो के नाम पर रजिस्ट्री करवा दी थी। आवेदक ने इसकी शिकायत नीमच से लेकर भोपाल के अलग-अलग कार्यालय में की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद थककर उसने अरेरा हिल्स पहाड़ी के पास महानिरीक्षक पंजीयन मप्र के कार्यालय में 17 फरवरी को उसने शिकायती आवेदन दिया था।
इस पर कार्यालय के शिकायत शाखा के कर्मचारी सन्नी कटारे ने 50 हजार रुपये की मांग की गई, उक्त शिकायत पर पुलिस लोकायुक्त कार्यालय भोपाल ने सत्यापन करवाया और सत्यापन के दौरान आवेदन से उसके कार्य के एवज में सन्नी कटारे के अलावा जितेंद्र ठाकुर स्टेनो टाइपिस्ट द्वारा 50 हजार की राशि को कम कर प्राथमिक रूप से छह हजार रुपये की मांग कर 3000 हजार रुपये की पहली किस्त मांगी थी और बाकी रुपये अगले दिन देने के लिए कहा। जिस पर लोकायुक्त ने दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर डीएसपी लोकायुक्त संजय शुक्ला के नेतृत्व में सनी कटारे को पकड़ा। उसके खिलाफ कार्रवाई फिलहाल जारी है।