-वस्तुस्थिति जानने के लिए बनी कांग्रेस की समिति की बैठक संपन्न
-मुकेश शर्मा-
भोपाल, 01 फरवरी (वेब वार्ता)। हाल ही में मप्र शासन के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और उनके परिजनों द्वारा राहतगढ़ के जैसीनगर में किसानों और कर्मचारियों, मंदिरों आौर कॉपरेटिव सोसायटी की जमीनों पर अवैधानिक तरीके कब्जा किये जाने की शिकायत प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्राप्त हुई थी। उक्त शिकायत की वस्तुस्थिति जानने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सैयद साजिद अली की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय एक जांच समिति गठित कर समिति को निर्देशित किया था कि समिति शीघ्र ही घटना स्थल पर पहुंचकर प्रभावितों से मुलाकात कर वस्तुस्थिति की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
जांच हेतु बनायी गई उक्त समिति के अध्यक्ष सैयद साजिद अली की अध्यक्षता में आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर निर्णय लिया गया कि उक्त समिति आगामी 5 फरवरी को संयुक्त रूप से सागर जिले के राहतगढ़ तहसील के जैसीनगर पहुंचेगी और वहां प्रताड़ित किये गये जिनकी जमीन पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा कब्जा किया गया है के किसानों व कर्मचारियों से मुलाकात करेगी व उनकी जमीनों पर अवैध तरीके से किए गए कब्जे की जानकारी एकत्र कर वस्तुस्थिति की विस्तृत जानकारी एकत्र करेगी।
समिति के अध्यक्ष सै. साजिद अली ने बताया कि समिति के सभी सदस्य के सभी सदस्य स्थानीय स्तर पर आयोजित संत रविदास जयंती कार्यक्रम में भी शामिल होंगे समिति द्वारा की गई जांच रिपोर्ट का प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को प्रेषित किया जाएगा तथा जानकारी से अवगत किया जाएगा। सै. साजिद अली ने बताया कि समिति मामले की जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को प्रेषित करेगी। बैठक में समिति के अध्यक्ष सै. साजिद अली, सागर ग्रामीण के प्रभारी अवनीश भार्गव, मप्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष समिति के सदस्य सुरेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री हर्ष यादव, विधायक तरवर लोधी, महामंत्री पीसीसी प्रभुसिंह ठाकुर, विधानसभा उपचुनाव प्रत्याशी श्रीमती पारूल साहू, जिला शहर कांग्रेस सागर अध्यक्ष राजकुमार पचौरी और एडवोकेट उपस्थित थे।
विवादों से पुराना नाता है मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का
प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का विवादों से पुराना नाता है फिर चाहे ससुराल से दहेज़ में मिली जमीन हो या उनके प्रभार बाले जिले भिंड में अवैध रेत खनन हो या जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन आधिकारी जेके जैन की पदस्थपना हो ये येसे विवाद हैँ जिनसे मंत्री चाह कर भी पीछा नहीं छुटा पा रहे हैं भिंड जिला पंचायत के इतिहास में इतना भृष्ट सी ई ओ नहीं आया सी ई ओ की शिकायतें कलैक्टर से लेकर प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत एवं मुख्य मंत्री को कई बार की जा चुकी।हैँ परन्तु कार्यवाही के नाम पर ठेंगा सी ई ओ जेके जैन की हालत यह है कि अपने ही अधीनस्थों को जान से मारने की धमकी तक देदेते हैँ।रेत खनन का तो कहना ही क्या?