भोपाल, (वेब वार्ता)। कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने मध्य प्रदेश के अलावा बड़ी संख्या में अन्य प्रदेशों के श्रद्धालु भी सीहोर पहुंचे थे। महाराष्ट्र से आए एक परिवार के लोगों के लिए यह तीर्थ यात्रा किसी त्रासदी से कम नहीं रही। सीहोर में उन्हें काफी प्रयास के बाद भी रुद्राक्ष नहीं मिल पाया। व्यवस्था बिगड़ने पर उन्हें लगभग 15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। एक टैक्सी मिली, उसने चार गुना अधिक किराया लेकर हलालपुर बस स्टैंड छोड़ा। थक-हारकर बस स्टैंड पर आराम करने लगे, तो किसी ने बैग चोरी कर लिया। उसमें रुपये और कपड़े रखे थे।
जलगांव (महाराष्ट्र) निवासी 46 वर्षीय बबीता गवली ने बताया कि वह 62 वर्षीय मीराबाई, 20 वर्षीय सोनाली यादव सहित छह लोग गुरुवार सुबह 11 बजे सीहोर पहुंच गए थे। कथा स्थल पर पैर रखने की जगह नहीं थी। रुद्राक्ष वितरण शुरू होते ही व्यवस्था गड़बड़ाने लगी। काफी कोशिश के बाद भी उन्हें रुद्राक्ष नहीं मिला। अनहोनी की आशंका को देखते हुए उन लोगों ने वहां से वापस निकलने का फैसला किया। करीब 15 किमी पैदल चलने पर एक टैक्सी मिली। उसने हलालपुर बस स्टैंड तक पहुंचाने के 1200 रुपये लिए। बुरी तरह थकने के कारण वे लोग बस स्टैंड पर आराम करते हुए महाराष्ट्र की तरफ जाने वाली बस का इंतजार करने लगे। इस बीच किसी ने उनका बैग चोरी कर लिया। उसमें चार हजार रुपये और कीमती कपड़े रखे थे। जहां से बैग चोरी हुआ वहां लगे सीसीटीवी के फुटेज देखने का प्रयास किया तो बताया गया कि वह कैमरा खराब पड़ा है। किसी तरह बस मिलने पर वे लोग शुक्रवार को घर वापस पहुंचे।