भोपाल, (वेब वार्ता)। शहर की सबसे पुरानी धार्मिक संस्था श्री हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष पद को लेकर रविवार को पुराने शहर की गुरु बख्श की तलैया श्रीराम मंदिर प्रांगण में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक मतदान हुआ। चार वर्ष के विवाद के बाद हुए चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए संतोष साहू (लखपति), कैलाश बेगवानी, घनश्यामदास गुप्ता, हेमंत साहू, दिनेश शर्मा चुनाव लड़ा। हाईकोर्ट के आदेश के बाद हुए चुनाव में कुल 8880 सदस्यों में से 4369 सदस्य मतदान करने पहुंचे। 49 प्रतिशत मतदान हुआ। दोपहर 12 से तीन बजे तक कतार में लग कर सदस्यों ने मतदान किया।
वहीं तीन से शाम पांच बजे तक भीड़ कम देखने को मिली। शाम सात बजे से मत पत्रों की गणना शुरू हुई, जो देर रात तक चली। इसमें संतोष साहू लखपति चुनाव जीत गए। चुनाव अधिकारी चुनाव अधिकारी दीपेश श्रीवास्तव ने साहू के जीतने की घोषणा की। उन्हें कुल 1877 मत मिले। वहीं अध्यक्ष रहे कैलाश बेगवानी को हार का सामना करना पड़ा। उन्हें 1092 मत प्राप्त हुए। इन दोनों के बीच सीधी टक्कर थी। बाकी तीन प्रत्याशी हेमंत कुशवाह को 882 मत, घनश्यामदास गुप्ता को 246 और दिनेश शर्मा को 161 मतों से संतोष करना पड़ा। संतोष साहू लखपति को जीत का प्रमाण पत्र मिला। इसके बाद उनके समर्थकों ने खुशियां मनाईं। ढोल-नागड़े बजाकर समर्थकों ने बधाई दी। फूल माला पहनाकर साहू का स्वागत किया। संतोष साहू ने बताया कि सभी को साथ लेकर चलेंगे। दो वर्ष के कार्यकाल में सदस्यों की संख्या बढ़ाएंगे।
बिना आधार कार्ड व मतदाता परिचय पत्र के नहीं जाने दिया
चुनाव स्थल पर तैनात 100 से अधिक एडवोकेट की टीम व पुलिस जवानों ने मतदान के लिए सदस्यता कार्ड के साथ ही आधार कार्ड अथवा भारत सरकार द्वारा जारी कोई फोटो युक्त पहचान पत्र दिखाना भी अनिवार्य किया गया था। इसके चलते मतदाताओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। महिलाओं को जिनके पास मतदाता परिचय पत्र व आधार कार्ड नहीं होने से मतदान के लिए इंतजार करना पड़ा। कई लोगों ने वाट्सअप पर आधार कार्ड मंगाया। फिर मतदान कर सके। चुनाव का इंटरनेट मीडिया पर लाइव प्रसारण भी चलाया गया।
भाजपा व कांग्रेस के नेता मतदान करने पहुंचे
श्री हिन्दू उत्सव समिति के चुनाव में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी, हुजूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय, प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष विभा पटेल, जेपी धनोपिया, पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह, गोविंद गोयल, ननि अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, पूर्व महापौर सुनील सूद, जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, पूर्व पार्षद अमित शर्मा, कांग्रेस नेता रवींद्र साहू ने मतदान किया। ये सभी नेता समिति के सदस्य हैं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, उमा भारती मतदान करने नहीं आए।
ट्रैफिक जाम भी हुआ
दोपहर 12 बजे मतदाताओं की भीड़ होने लगी थी। इससे श्रीराम मंदिर मुख्य मार्ग से लेकर अन्य सड़कों पर ट्रैफिक जाम लग गया। लोगों को गाड़ियां खड़ी करने में समस्या आई। शाम सात बजे तक आने-जाने वाले लोग ट्रैफिक में फंसे रहे। इसके साथ ही मतदान स्थल पर लोगों को पीने के पानी की भी समस्या का सामना करना पड़ा।
-पहले राउंड में प्राप्त मत
संतोष साहू : 144
कैलाश बेगवानी : 119
घनश्यामदास गुप्ता : 31
हेमंत कुशवाह : 175
दिनेश शर्मा : 12
-दूसरे राउंड में प्राप्त मत
संतोष साहू : 400
कैलाश बेगवानी : 227
घनश्यामदास गुप्ता : 70
हेमंत कुशवाह : 251
दिनेश शर्मा : 30
-तीसरे और चौथे राउंड में प्राप्त मत
संतोष साहू : 1184
कैलाश बेगवानी : 532
घनश्यामदास गुप्ता : 155
हेमंत कुशवाह : 484
दिनेश शर्मा : 97
-पांचवें व छठवें राउंड में मिले मत
संतोष साहू : 1569
कैलाश बेगवानी : 843
घनश्यामदास गुप्ता : 201
हेमंत कुशवाह : 690
दिनेश शर्मा : 127
-आठवां व अंतिम राउंड में मिले मत
संतोष साहू : 1877
कैलाश बेगवानी : 1092
घनश्यामदास गुप्ता : 246
हेमंत कुशवाह : 882
दिनेश शर्मा : 161
साहू की जीतने के तीन कारण
-पुराने शहर के रहने वाले हैं और पूर्व अध्यक्ष नारायण कुशवाह का समर्थन भी प्रमुख कारण रहा।
-संपन्न घरानों में इनकी गिनती होती है, नबावी दौर से ही संपन्न परिवार में शामिल है, इसलिए इन्हें लखपति भी जुड़ा है।
-पैसे से होटल व्यवसायी हैं और लोगों की मदद करते हैं।
बेगवानी की हार के तीन कारण
-लंबे समय तक चुनाव नहीं कराए, बजट का रोना रोते रहे, जिससे हिन्दू समाज की नाराजगी।
-धार्मिक कार्यक्रमों में सक्रियता कम होने लगी थी।
-नए शहर में रहने से पुराने शहर के लोगों से मिलना-जुलना कम रहा।