-मामला मौ तहसील के सिनोर गांव का फलदार ब्रक्षों के पट्टे की भूमि का
वेबवार्ता ब्यूरो
भिण्ड/मौ। राजस्व विभाग में क्या कुछ होजायें भगवान ही मालिक है, तहसील क्षेत्र के सिनोर गांव की 290 बीघा चरनोई भूमि पर भू माफिया द्वारा बलात कब्जे का मामला सुलझा नहीं तबतक फलदार ब्रक्ष लगाने के पट्टे का मामला सामने आगया।दर असल मौ तहसील के सिनोर गांव में शिवनारायण शर्मा पुत्र सीताराम शर्मा उम्र 86 ने राजस्व अधिकारियों से सांठगांठ के शासकीय सर्वे 01 मैसे 10 बीघा जमीन पर फलदार पेढ लगाने का पट्टा आजसे लगभग 20 वर्ष पूर्व कराया था जबकि शिवनारायण स्वयं लगभग 100 बीघा का खाते दार है इसके अलावा एक बेटा शासकीय शिक्षक और कृषि विभाग में अच्छी पोस्ट पर था तीसरा नजी कंपनी में कार्यरत है यानि कि पूरा परिवार आयकर दाता है फिर भी पेशे की भूख आदमी को।
कुछ भी करा सकती है इसी भूख के चलते शिवनारायण ने 10 बीघा भूमि का पट्टा कराया गांव में स्थित रामजानकी मंदिर का अवैध रूपसे पुजारी बन बैठा जबकि उक्त व्यक्ति चलने फिरने में भी असमर्थ है।चूंकि गांव की समस्त चरनोई भूमि पर भू माफिया का कब्जा है कब्जे धारियों में शिवनारायण का पुत्र छविराम जो कि शिक्षक है बो भी शामिल है।जिसकी शिकायत गांव के एक व्यक्ति ने प्रमुख सचिव राजस्व एवं मुख्य सचिव म.प्र.शासन से की शिकायत जांच हुई तो फलदार पेड़ लगाने के पट्टे का राज खुला क्योंकि मौके पर कोई पेड़ नहीं लगा है।जिसकी पटवारी ने जांच कर प्रकरण नम्बर 0001/अ-61 दिनांक 05.011.2021 दर्ज करने के बाद रिपोर्ट लगाकर तहसीलदार को सौंपदी जिसमें कोई फलदार बृक्ष नहीं पाया गया तत्कालीन तहसीलदार निशिकांत जैन ने पट्टा निरस्त न करते हुए फाइल एसडीएम गोहद को भेजदी कुछ दिनों बाद एसडीएम ने यह लिखकर फाइल वापस भेजदी कि नई एल आर सी के अनुसार फलदार बृक्ष लगाने के लिए अगर पट्टा हुआ है और उस भूमि पर कोई फलदार बृक्ष नहीं है तो उसका पट्टा निरस्त करने का अधिकार तहसीलदार को ही है।जैसे ही फाइल तहसील में वापस आई निशिकांत जैन को सांप सूंघ गया
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में निशिकांत जैन ने मोटा माल खाया था! खैर मामला बढ़ता देख निशिकांत जैन ने अपना स्थानांतरण अन्य जगह करालिया निशिकांत के स्थान पर चार्ज लिया अमित दुवे ने कुछ दिनों रहने के बाद आये ब्रह्ममेंद्र गुप्ता पर फाइल आगे नहीं बढ़ी, गुप्ता और आरआई में जब जूतमपैजार हुई तो गुप्ता का ट्रांसफर भिण्ड कर दिया उनके स्थान पर आये रविश भदौरिया रविश ने गौचर भूमि पर खड़ी फसल कटवाने में शासन को जमकर छती पहुंचाई कुकर्म आखिर कबतक छुपेंगे रविश ने एक करोड़ पति व्यक्ति का गरीबी रेखा का कार्ड बनाने का आदेश भी कर दिया जिसकी भनक कलैक्टर सतीश कुमार एवं मुख्य सचिव म.प्र को लग गई आनन फानन में रविश भदौरिया का ट्रांसफर भिण्ड होगया लेकिन पट्टे की फाइल पर पटवारी द्वारा मार्गदर्शन मांगने पर उसको पूर्व की स्थिति बहाल करने की लिखगए जिस पर पटवारी ने अमल भी कर दिया रविश भदौरिया के जाते ही अतिरिक्त प्रभार पुनः निशिकांत जैन को मिल गया शिकायत कर्ता ने निशिकांत जैन से फाइल पर अमल करने को कहा तो उन्होंने कहा कि में पहले फाइल देखूंगा कुछ दिनों बाद मामला कलैक्टर के संज्ञान में आया तो निशिकांत जैन को कलेक्टर ने काफी खरी खोटी सुनाई पर उन्होंने फाइल पर अमल खबर लिखे जाने तक नहीं किया यह है राजस्व विभाग का हाल 5 तहसीलदार बदल गये पर मामला जस का तस है।
इनका कहना है
मौ तहसील के सिनोर गांव के सर्वे नम्बर 01 और प्रकरण नम्बर 0001/अ-61 का फलदार ब्रक्षों की भूमि के पट्टे का मामला है पटवारी ने अमल कर निरस्त करने को लिखा है पर तहसीलदार निशिकांत जैन पटवारी की रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं कर रहे हैं तो इस मामले को में जल्दी दिखवाता हूं।
-डॉ सतीश कुमार एस, कलैक्टर भिण्ड
इस मामले मेरी शिकायत कलैक्टर से करदी है अब में किसी भी कीमत पर अमल नहीं करूंगा वल्कि निरस्त करूंगा अब कलैक्टर ही अमल करें।
निशिकांत जैन, प्रभारी तहसीलदार मौ