भोपाल, (वेब वार्ता)। मध्य प्रदेश के मौसम में धीरे-धीरे बदलाव महसूस होने लगा है। दिन की गर्माहट भी घटी है और रात का तापमान भी लगातार गिर रहा है। इस संबंध में मौसम विज्ञानी अभिजित चक्रवर्ती ने बताया कि दक्षिणी-पश्चिमी मानसून पूरे प्रदेश से विदाई ले चुका है। बस नमी के कारण विभिन्न जिलों में रुक-रुर कर वर्षा हो रही है। सोमवार को अनूपपुर, बालाघाट, शहडोल, छिंदवाड़ा, मंडला, सिवनी, बुरहानपुर जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई है।
इसमें सबसे अधिक वर्षा बिरसा में चार सेमी व चन्नौडी में तीन सेमी दर्ज की गई है। आने वाले दिनों में जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम संभाग के कुछ जिलों में एवं बुरहानपुर व खंडवा में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। भोपाल की बात करें, तो मंगलवार को यहां के आसमान पर आंशिक बादल छाए रहेंगे। मौसम शुष्क ही रहेगा। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
वातावरण भी बना हुआ है शुष्क
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. ममता यादव के अनुसार वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम काे प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है, जिसकी वजह से वातावरण लगभग शुष्क बना हुआ है। हवाओं का रुख उत्तरी होने से रात के तापमान में गिरावट हो रही है। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि राजस्थान के आसपास अभी भी प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से वातावरण से नमी कम होती जा रही है।
हालांकि मंगलवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ धीरे-धीरे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलने से रात के तापमान में एक बार फिर बढ़ोतरी होने लगेगी। पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ने के बाद तापमान में एक बार फिर गिरावट होने लगेगी।