भाेपाल। अलग-अलग स्थानाें पर सक्रिय तीन मौसम प्रणालियाें के असर से मंगलवार से पूर्वी मध्य प्रदेश में वर्षा का सिलसिला शुरू हाे गया है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक बुधवार काे पूर्वी मध्य प्रदेश के साथ ही भाेपाल एवं ग्वालियर संभागाें के जिलाें में झमाझम वर्षा हाेने की संभावना है। उधर मंगलवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दमाेह में 46, जबलपुर में 23, रीवा में 15, ग्वालियर में 10.2, सतना में नौ, नौगांव में छह, उमरिया में चार, मंडला में तीन, नरसिंहपुर में दाे मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के आंध्रा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस मौसम प्रणाली से लेकर उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश तक 3.1 किलाेमीटर की ऊंचाई तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है।
इसके अतिरिक्त पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षाेभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। बुधवार काे सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, शहडाेल एवं पन्ना जिलाें में भारी वर्षा का यलाे अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा रीवा, शहडाेल, जबलपुर, भाेपाल, ग्वालियर व चंबल संभागाें के जिलाें में तथा पन्ना, बड़वानी, बुरहानपुर एवं रतलाम जिलाें में गरज-चमक के साथ वर्षा के दौरान बिजली गिरने की भी आशंका है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। साथ ही कम दबाव के क्षेत्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक बने ट्रफ से काफी नमी मिलने लगी है। इससे मध्य प्रदेश में अगले दाे-तीन दिन तक रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना रह सकता है।