भोपाल, (वेब वार्ता)। भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को अरेरा हिल्स स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से मुलाकात कर होम वोटिंग के संबंध में चर्चा की। इसमें बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी मध्यप्रदेश सह चुनाव प्रभारी अश्विनी वैष्णव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल सहित अन्य नेता मोजूद रहे। जानकारी के अनुसार प्रदेश में 11 लाख से अधिक दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता हैं।
विधायक पारस जैन की पोस्ट से मची खलबली
उज्जैन उत्तर क्षेत्र से 6 बार के विधायक पारस जैन का टिकट कटने के बाद अब उनका दर्द छलका है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पेज पर डाली गई एक पोस्ट के माध्यम से अपना दर्द बयां किया, जिसमें उन्होंने यह लिखा है कि मुझे इस बात का कोई दुख नहीं है कि मुझे दोबारा चुनाव लड़ने का मौका नही मिला क्योंकि अवसर सभी को मिलना चाहिए लेकिन उज्जैन उत्तर से 6 बार के विधायक और एक वरिष्ठ कार्यकर्ता होने के नाते मुझे एक बार पूछा जाता या मुझे विश्वास में लेकर बताया जाता तो मेरे सम्मान को इतनी ठेस नहीं पहुंचती।
विधायक पारस जैन द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई इस पोस्ट के बाद उनके हजारों समर्थक इस पोस्ट पर अपने विचार व्यक्त कर उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों की प्रशंसा कर रहे हैं लेकिन इस पोस्ट से कहीं ना कहीं विधायक पारस जैन की उसे पीड़ा को भी जगजाहिर कर दिया है जो कि अचानक टिकट काटे जाने के बाद उनके मन में आई है।
निशा बांगरे के इस्तीफे पर फैसला आज
डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफा स्वीकार होगा कि नहीं बीते कई दिनों से यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। शासन को निशा के इस्तीफे पर आज (सोमवार) शाम तक फैसला लेना है। ऐसे में ये कहा जा रहा है कि निशा के इस्तीफे की तस्वीर जल्द साफ हो जाएगी। इधर, कोर्ट के आदेश के चलते निशा के इस्तीफे की फाइल मंत्रालय में तेजी से दौड़ रही है। सूत्रों के मुताबिक पहले निशा का मामला सामान्य प्रशासन विभाग की कार्मिक शाखा में पदस्थ उप सचिव जितेंद्र सिंह चौहान देख रहे थे लेकिन अब उनके स्थान पर ये फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ उप सचिव सुधीर कोचर और एक अन्य उप सचिव बृजेश सक्सेना को सौंप दी गई है। निशा की विभागीय जांच और इस्तीफे के मामले को अब ये दोनों वरिष्ठ अधिकारी देखेंगे। बता दें, निशा के इस्तीफे के इंतजार में कांग्रेस भी है। कांग्रेस ने आमला सीट को होल्ड किया हुआ है।
सपा और कांग्रेस साथ लड़ सकते हैं चुनाव
मध्यप्रदेश में सीटों के मुद्दे पर पैदा हुई कांग्रेस और सपा के बीच रार खत्म होने के आसार बन रहे हैं। दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के आपस में बातचीत के बाद इसके स्पष्ट संकेत मिले हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी रविवार को मध्य प्रदेश के अपने पार्टी पदाधिकारियों के साथ सीटवार तैयारियों का जायजा लिया। माना जा रहा है कि कांग्रेस और सपा के मिलकर चुनाव लड़ने के बाबत आधिकारिक घोषणा अगले एक-दो दिन में हो सकती है।
MP Election 2023 Live: सपा ने 12 बसपा ने 23 प्रत्याशियों की सूची जारी की, साथ चुनाव लड़ सकते हैं SP-कांग्रेस
समाजवादी पार्टी ने रविवार को 12 प्रत्याशियों की सूची जारी की। इसमें तीन प्रत्याशियों के टिकट बदले है। पार्टी ने पूर्व विधायक मनीराम धाकड़ को मुरैना के जौरा से प्रत्याशी बनाया है। पार्टी ने पहले यहां रीना कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया था। उनको बदल कर धाकड़ को उतारा है। महाराजपुर से अजय तिवारी के स्थान पर ईजी पुष्पेन्द्र यादव और देवतालाब में रामयज्ञ सोंधिया के स्थान पर सीमा सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
इसके अलावा पन्ना से महेंद्र वर्मा, मनगवां में ईजी प्रीति वर्मा, ग्वालियर पूर्व में विनोद गुर्जर, मेहगांव से देवेंद्र सिंह गुर्जर, भोपाल के गोविंदपुरा से डॉ. विवेक परिहार, बंडा से सुनील जैन, गोहद से डॉ. एमएल माहौर, खरगापुर से श्यामरतन उर्फ भक्ति तिवारी और डॉ. बेनी प्रसाद चंसौरिया को छतरपुर से प्रत्याशी बनाया है।