भोपाल, (वेब वार्ता)। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले प्रतिदिन बड़ी संख्या में निर्वाचन आयोग कार्यलाय पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकारी-कर्मचारी, बैनर पोस्टर, सोशल नेटवर्किंग साइट पर पोस्ट लिखने और घोषणा किए जाने से जुड़ीं शिकायत अधिक मात्रा में शामिल हैं।
आयोग की ओर से आम नागरिक को भी आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत करने का अधिकार दिया गया है। इसके लिए आयोग ने एप भी तैयार किया है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज करवा सकता है। इसका सुविधा का लाभ लेकर भी लोग एप से आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज करवा रहे हैं।
राजनीति शिकायत
आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत लेकर राजनीतिक दल भी प्रतिदिन निर्वाचन आयोग कार्यालय का रुख कर रहे हैं। जहां भाजपा कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के मंडला में की गई घोषणा को आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन बता रही है। वहीं, कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह के चुपके से पैसे डालने वाले बयान पर आपत्ति लेते हुए इसे अचार संहिता का उल्लघंन बताया है। इसके साथ ही मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा की भी शिकायत की का चुकी हैं।
आमजन भी कर सकते हैं शिकायत
आमजन सी-विजिल एप के माध्यम से आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं। आमजन को सिर्फ एक फोटो या वीडियो बनाकर चुनाव आयोग के सी-विजिल एप पर डालना है। निर्वाचन विभाग तुरंत हरकत में आएगा। कार्यवाही शुरू हो जाएगी।
इस शिकायत पर मात्र 100 मिनट में कार्रवाई होगी। सी-विजिल एप पर पेड न्यूज, हथियारों का प्रदर्शन, मतदाताओं को प्रलोभन के लिए निःशुल्क उपहारों का वितरण, मतदाताओं को परिवहन साधनों से वोट डालने ले जाना, फेक न्यूज, डराना-धमकाना, सार्वजनिक प्रॉपर्टी पर विज्ञापन, धन वितरण, हेट स्पीच, सांप्रदायिक भाषण एवं शराब व नशीले पदार्थ का वितरण संबंधित शिकायत आम नागरिक कर सकते हैं।
कांग्रेस ने विधायक जालम सिंह पटेल के खिलाफ की शिकायत
एक मामला ऐसा भी सामने आया है, जहां प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर नरसिंहपुर के विधायक जालम सिंह पटेल के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत की है। इसके साथ कांग्रेस ने नरसिंहपुर कलेक्टर रिजु बाफना को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित किया जाने की मांग की है। वहीं जालम सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री को कलेक्टर के समर्थन में पत्र लिखा हैं। सिंह का कहना है कि जब तक चुनाव नहीं हो जाते, तब तक कलेक्टर को यथावत रखा जाए। ये अपने आप में अनूठा मामला है। इससे पहले आयोग शिकायत पर दो कलेक्टर और एसपी का तबादला चुका है। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी के आईपीएस भाई हितेश चौधरी को भी शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने हटा चुका है।