-मुकेश शर्मा, 9617222262
ग्वालियर, 06 अक्टूबर (वेब वार्ता)। ग्वालियर चंबल संभाग में सीधी, सच्ची जनसेवक की राजनीति करने वालों की अगर गिनती की जाए तो मध्यप्रदेश बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल का नाम पहली पंती में आता है यानि आप श्री गोयल को राजनीति का संत कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी अपने सादा जीवन उच्च विचार के लिए पहचाने जाने वाले मुन्नालाल गोयल का जन्म 01 जनवरी 1957 को ग्वालियर ग्रामीण ग्राम टिहोली में हुआ था जिस गांव की दूरी शहर से लगभग 20 कि मी है, कुछ समय बाद श्री गोयल परिवार सहित व्यवसाय हेतु परिवार सहित ग्वालियर आकर बस गये। ग्वालियर के मुरार में उनका निवास स्थान बारादरी चौराहे पर है।
श्री गोयल ने अपनी प्राथमिक शिक्षा के बाद मुरार के श्यामलाल पाण्डवीय कॉलेज से वर्ष 1980 में स्नातक की डिग्री हासिल की और यहीं से उन्होंने अपने राजनीति की शुरूआत की। उन्होंने छात्र नेता के रूप में कई आन्दोलन किये। सबसे पहले वे जनता दल और उसके बाद वे समाजवादी पार्टी में आये। समाजवादी पार्टी से सर्वप्रथम 1994 में वे पार्षद प्रत्याषी के रूप वार्ड 27 से चुनाव लड़े और बड़े अन्तर से विजयी हुए। इसके बाद 1999 में गोयल की पत्नी श्रीमती शारदा मुन्नालाल गोयल इसी वार्ड से बड़े अन्तर से विजयी हुई। चूंकि गोयल और संघर्ष एक दूसरे के पूरक है जिसके चलते उन्होंने 2008 में उन्होंने कांग्रेस के तत्कालीन वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के सानिध्य में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। और लगातार सक्रिय रहकर पार्टी के लिए कार्य किया। वर्ष 2018 में उन्होंने विधानसभा चुनाव जीता। और अपने 18 माह के कार्यकाल में 16 ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों के विकास कार्य किये।
वर्ष 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही वे भी भाजपा में शामिल हो गये। और लगातार विकास कार्य कराते रहे वर्तमान में मुन्नालाल गोयल म.प्र. बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष हैं। बीज निगम की जिम्मेदारी के साथ-साथ वे अपनी विधानसभा में लगातार विकास कार्य करा रहे हैं। कई वर्ष पूर्व जब जिला चिकित्सालय मुरार के स्थान शॉपिंग काम्पलेक्स बनने जा रहा था और उसकी पूरी तैयारी भी हो चुकी थी तब मुन्नालाल गोयल ने इसके खिलाफ आन्दोलन किया था और हाईकोर्ट में याचिका लगवाकर इसे रुकवाया था। ये उन्हीं के प्रयासों का नतीजा है कि जिला चिकित्सालय मुरार द्वारा मुरार एवं आसपास की लगभग 3 से 4 लाख की आबादी को ईलाज उपलब्ध हो पा रहा है। और इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया के प्रयासों से आज ही 100 बिस्तर बढ़ाने तथा अस्पताल के अन्य उन्नयन कार्यों हेतु 20 करोड़ की राषि स्वीकृत की गई है।
मुन्नालाल गोयल एक ऐसे नेता हैं जो हमेषा सर्वहारा वर्ग की लड़ाई लड़ते रहे। फिर चाहे वो कोई भी समाज हो दलित समाज, पिछडावर्ग, वैष्य, क्षत्रिय ब्राह्मण सभी समाजों के कार्यक्रमों में वे लगातार नजर आते रहे हैं। यहाँ तक कि वर्ष 2019 में उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र के गरीबों के पट्टों के लिये अपनी ही सरकार के खिलाफ विधानसभा के बाहर धरना दिया। बीता उप चुनाव महज कुछ वोटों से हारने के बाद भी श्री गोयल की क्षेत्र में सक्रियता कम नहीं है एक तरह से ग्वालियर पूर्व विधानसभा की जनता में श्री गोयल का क्रेज आज भी पूर्व की तरह है। यानि क्षेत्र की गरीब जनता के दिलों में आज भी गोयल राज करते हैं फिलहाल विधानसभा चुनाव सर पर है और भाजपा हाई कमान ने अभीतक ग्वालियर पूर्व से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है जिससे क्षेत्र की जनता में संशय की स्थिति है बहर हाल अगर श्री गोयल भाजपा प्रत्याशी बनाती है तो उनका मुकाबला उनके पूर्व प्रतिद्वंदी से होना तय है।राजनैति पंडितों के अनुसार मुकाबला रोचक होगा ऊंट किसीभी करवट बैठ सकता है क्योंकि एक तो उप चुनाव में कम वोटों से हार का अंतर दूसरे क्षेत्र में उनकी सतत।सक्रियता इनको लाभ पहुंचाएगी।