-सिटिंग एमएलए एवं राज्य मंत्री ओपी एस भदौरिया का हो रहा लगातार विरोध केंद्रीय नेतृत्व जल्द ले सकता है निर्णय
-मुकेश शर्मा, 9617222262
ग्वालियर, 06 अक्टूबर (वेब वार्ता)। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा मध्य प्रदेश में जिन विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार घोषित किए गए है उनमें से कई क्षेत्रों में लगातार उम्मीदवारों का।विरोध हो रहा है इसके अलावा जहां उम्मीदवार घोषित नहीं हैं वहां वर्तमान विधायकों का विरोध भी थमने का नाम नहीं ले रहा है।
भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में भी सिटिंग एमएलए एवं राज्य सरकार में मंत्री ओपी एस भदौरिया के खिलाफ स्थानीय भाजपा नेता और क्षेत्र की जनता में लगातार विरोध पनप रहा है, स्थानीय नेताओं और आम जनता का कहना है कि ओपी एस भदौरिया के द्वारा विधानसभा क्षेत्र में अपने पूरे कार्यकाल में जातिवाद को बढ़ावा दिया गया है, इसके अलावा मंत्री द्वारा बाकी अन्य जातियों के साथ भी भेदभाव किया गया है। जिस कारण क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति ठीक नहीं है, भाजपा का स्थानीय नेतृत्व कई बार जिले से लेकर भोपाल तक डेरा डाल चुका है और नेतृत्व का कहना है कि टिकट बदलना ही चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा अभी अधिकृत रूपसे विधानसभा क्षेत्र में किसी को भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है लेकिन माना जा रहा है कि ओपी एस भदौरिया को ही टिकट दिया जा सकता है!जिस कारण मंत्री का क्षेत्र में भारी विरोध हो रहा है, स्थानीय कार्यकर्ताओं ने बीते दिनों भाजपा हाई कमान के पास अपना पक्ष रखा और कहा कि अशोक भारद्वाज को मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया जाना पार्टी के लिए हितकारी रहेगा। गौरतलब है अशोक भारद्वाज के भाई पूर्व में मौ नगर परिषद के अध्यक्ष रह चुके हैं और वे स्वयं भी क्षेत्र में समाज सेवा और धार्मिक कार्योंमें हमेशा आगे रहते हैं, चाहे धार्मिक आयोजन हों या अन्य सामजिक कार्य अशोक भारद्वाज हमेशा आगे रहते हैं उनकी इसी कार्य कुशलता को देखते हुए क्षेत्र की जनता में उनकी मांग निरंतर बढ़ती जा रहीहै।
श्री भारद्वाज सहज सरल छवि के रूप में पूरे मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में लोकप्रिय है। वह आरएसएस संगठन से लेकर भारतीय जनता पार्टी के आला कमान तक अपनी स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते इसीलिए उनके नाम पर मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय नेताओं ने सहमति भी होसकती है।क्षेत्र की जानता और गली चौराहों पर जन चर्चा कि अशोक भारद्वाज को उम्मीदवार बनाए जाने से भारतीय जनता पार्टी की जीत निश्चित होगी।