Mission Cheetah: नामीबिया से आने वाले चीतों का देश बेसब्री से इंतजार कर रहा है। ताजा खबर यह है कि अब इन 8 चीतों की तस्वीरें जारी कर दी गई है। इनमें तीन नर और पांच मादा चीते शामिल हैं। सभी की उम्र ढाई से साढ़े पांच साल के बीच है। खास बात यह है कि इनमें दो सगे भाई हैं और नामीबिया के एक प्राइवेट रिजर्व में हैं। भारत में चीतों को फिर से बसाने की परियोजना में शामिल प्रमुख एजेंसियों में से एक चीता संरक्षण कोष ने बुधवार को विवरण जारी करते हुए कहा कि नामीबिया से आने वाले आठ चीतों में से तीन पुरुष हैं। इनमें से दो की उम्र साढ़े पांच साल है, जबकि एक की उम्र साढ़े चार साल है। वहीं, आने वाली पांच मादा चीतों में से दो मादा चीता पांच साल की, जबकि एक दो साल की, एक ढाई साल की और एक की उम्र तीन से चार साल के बीच है।
Mission Cheetah: जम्बो जेट से लाए जाएंगे चीते
कहा जाता है कि चीते की औसत उम्र 12 साल होती है। नामीबिया से आने वाले चीतों में मादा चीता भी है, जिसे कुछ साल पहले जंगल में छोड़ा था। इस बीच, संगठन ने सभी चीतों से संबंधित विस्तृत जानकारी भी जारी की है। यानी वह किस रिजर्व से हैं। वहां कब से हैं? उनके परिवार का विवरण आदि शामिल हैं। इसके साथ ही चीतों के लिए लाए गए जंबो जेट में भी चीतों के लिए खास बदलाव किए गए हैं। ताकि उन्हें यह आभास न हो कि उसे जंगल से कहीं बाहर ले जाया जा रहा है।
फ्लाइट को विशेष फ्लेग नंबर 118
वहीं चीता प्रोजेक्ट में एविएशन सेक्टर से जुड़ी कंपनी भी इसे लेकर काफी उत्साहित है। कंपनी से इसे लेकर इस फ्लाइट को स्पेशल फ्लैग नंबर भी दिया गया है, जिसका नंबर 118 है। फ्लाइट के बाद कंपनी इस फ्लैग को अपने म्यूजियम में रखेगी। कंपनी के मुताबिक, वह दुनिया में पहली बार चीतों को शिफ्ट करने के लिए किसी फ्लाइट का संचालन कर रही है। इसलिए यह उनके लिए ऐतिहासिक क्षण है। गौरतलब है कि नामीबिया से आठ चीतों का पहला दल 17 सितंबर को भारत पहुंचेगा। पीएम मोदी के जन्मदिन पर उन्हें मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर अभयारण्य में रखा जाएगा
Posted By: Arvind Dubey

