भोपाल, 06 सितंबर (अकबर खान)। भोपाल जिला न्यायालय के दसवें अपर सत्र न्यायाधीश स्मृता सिंह ठाकुर ने बुधवार को दुष्कर्म के मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा को बरी कर दिया। मिर्ची बाबा के वकील ने बताया कि निसंतान महिला ने नशीली भभूति खिलाकर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इन आरोपों को अभियोजन पक्ष न्यायालय में साबित नहीं कर पाया। इसके बाद न्यायालय ने मिर्ची बाबा को बरी कर दिया। जेल से रिहा होते ही मिर्ची बाबा ने कहा- सत्य की जीत हुई है। कांग्रेस से नजदीकी होने के चलते मुझे फंसाया गया। गौमाता को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की लड़ाई जारी रहेगी।
मिर्ची बाबा के वकील श्रीकृष्ण घोंसले के मुताबिक, पीड़िता जिस दिन भोपाल में रायसेन रोड स्थित मिनाल रेसीडेंसी में घटना होने की शिकायत की थी। उस दिन मिर्ची बाबा ग्वालियर में थे। इसके कई अलग-अलग सबूत दिए गए थे। जिनमें फोटो वीडियो तक कोर्ट में अभियोजन पक्ष को सौंपे गए थे।
कोर्ट में बाबा को देखकर पीड़िता ने कहा – यह वह व्यक्ति नहीं, जिसने गलत काम किया
पीड़ित ने कोर्ट में मौजूद आरोपी मिर्ची बाबा को देखकर कहा कि यह वह व्यक्ति नहीं है, जिसने गलत काम किया है। उसने बताया कि उसकी शादी चार वर्ष पहले हो चुकी है और उसके बच्चे नहीं है। उसने बैनर पर नंबर देखकर फोन लगाया था। वह फोन नंबर गोपाल का था। वह अकेले ऑटो से बाबा के आश्रम गई थी। वहां गोपाल भी था। पीड़िता ने बताया कि वहां वह बेहोश हो गई थी, उसे होश नहीं था। उसके साथ गलत काम (बलात्कार) हुआ था। लेकिन कोर्ट में मौजूद आरोपी को देकर पीड़ित ने कहा कि वह यह व्यक्ति नहीं है। फिर वह साध्वी दीदी के साथ घर चली गयी थी। 15-20 दिन के बाद साध्वी दीदी ही उसे महिला थाने ले गयी थी।
महिला थाने में साध्वी पीतम्बरा ने लिखवाया आवेदन
पीड़िता ने अपने बयान में यह भी बताया कि महिला थाने में साध्वी पीतम्बरा ने ही आवेदन लिखवाया था, जिस पर उसने अंगूठा निशान लगाया था। साध्वी पीतम्बरा और पुलिस वालों ने आवेदन पढ़कर उसे नहीं सुनाया था। पुलिस ने उससे थाने पर कई कोरे कागजों पर अंगूठा लगवाया था। पुलिस ने घटनास्थल का नक्शा मौका तैयार किया था, जिस पर उसका अंगूठा निशानी है। साक्षी द्वारा कहा गया कि वह घटना स्थल पर नहीं गई थी।
यह है पूरा मामला
रायसेन की 28 साल की नि:संतान महिला ने मिर्ची बाबा पर नशीली भभूति खिलाकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने दिनांक आठ अगस्त 2022 को महिला थाना भोपाल में आवेदन पेश किया कि वह चावल कंपनी के पास कटी पाटी जिला रायसेन में रहती है। वह गृहणी है। उसकी शादी को चार वर्ष हो चुके हैं, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं है। इसके बाद पीड़िता बाबा के संपर्क में आई और 17 जुलाई को 12:30 बजे वह आटो से बाबा के निवास मिनाल रेसीडेंसी पहुंची। वहां उसे गोपाल, बाबा और एक बाई मिले। बाबा ने उसे सोफे पर बैठाया उसके बाद बाबा ने उसे साबूदाने की गोली और भभूति दी और कहा ऊपर कमरा है, वहां जाकर आराम से बैठो और खा लो। फिर वह ऊपर कमरे में चली गई। भभूति और साबूदाने जैसी गोलियां खा लीं।
थोड़ी देर बाद बाबा कमरे में आ गया और उससे थोड़ी देर तक बात करता रहा इतने में उसे चक्कर आने लग वह उठकर जाने लगी तो बाबा ने उसे पकड़ कर बिस्तर पर बैठा दिया और कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। उसके पास आकर उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके साथ गलत हरकत करने लगा। उसने बाबा को धक्का दिया। उसे इतने चक्कर आ रहे थे कि वह चिल्ला नहीं पा रही थी और विरोध भी नहीं कर पा रही थी। मिर्ची बाबा ने उसके साथ दुष्कर्म किया। वह बेहोश हो गई थी। जब उसे होश आया तो बाबा ने उसे धमकी दी कि उसने बाबा के खिलाफ कुछ किया तो उसे व उसके पति को मरवा देगा तो वह डर गई और अपने घर आ गई। उसने बाबा की धमकी के डर से अपने पति को कुछ नहीं बताया उसने कुछ दिन बाद अपने गुरु भाई अंकित सिंगल को सारी घटना बताई तो उसके पति ने सुन लिया और उसके पति ने उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
जानिए कौन है मिर्ची बाबा
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के दौरान बाबा को राज्यमंत्री का दर्जा था। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सपोर्ट में कम्प्यूटर बाबा के बाद मिर्ची बाबा भी राजनीति में सक्रिय हुए थे। उन्हें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं का करीबी माना जाता है। साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान वो तब और ज्यादा चर्चा में आ गए थे, जब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की जीत के लिए पांच क्विंटल लाल मिर्ची का हवन किया था। मिर्ची बाबा ने तब ऐलान किया था कि अगर दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वो जल समाधि ले लेंगे। जल समाधि लेने के लिए भोपाल कलेक्टर से अनुमति मांगी थी, जो नहीं मिली थी।