हाइलाइट्स :
- थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 13 सौ 73।
- सभी प्रकार के मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 61 लाख के करीब।
- मतदाता सूची में जोड़े गए हैं 24 लाख नाम।
- मतदाता सूची से हटाए गए 7 लाख के करीब नाम।
भोपाल, 04 अक्टूबर (अकबर खान)। बुधवार को मध्यप्रदेश में मुख्य निर्वाचान पदाधिकारी द्वारा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया गया। प्रदेश में सामान्य मतदाताओं की संख्या अब 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 हो गई है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 88 लाख हैं वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 72 लाख है। थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 13 सौ 73 है। सेवा मतदाता की कुल संख्या 75 हजार 304 है, जिसमें पुरुष 73 हजार 20 और महिला मतदाता 2 हजार 284 है। इस प्रकार प्रदेश में 5 करोड़ 61 हजार 36 हजार 229 मतदाता अंतिम प्रकाशन अनुसार दर्ज है। इनमें 6 लाख 53 हजार 640 वरिष्ठ मतदाता और 5 लाख 5 हजार 146 दिव्यांग मतदाता और 99 अप्रवासी भारतीय हैं।
मुख्य निर्वाचान पदाधिकारी ने बताया कि, 100 साल के ऊपर वाले मतदाताओं की संख्या 5 हजार 124 है। इसमें पुरुष से अधिक महिला मतदाता हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 5 लाख के ऊपर है। इन मतदातों को घर से मतदान की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। 18 वर्ष से पात्र महिलाओं ने मतदाता सूची बढ़-चढ़कर अपना नाम जुड़वाया है। 18-19 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 22 लाख से ऊपर है। मतदाता सूची में 24 लाख नाम जोड़े गए हैं। 7 लाख के करीब नाम हटाए गए हैं।
बुधवार को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन करने से पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन द्वारा निर्वाचन सदन, भोपाल में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की गई। बैठक में भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह और रुचिका चौहान, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद शुक्ला उपस्थित थे।
जाने कब तक जुड़वा सकेंगे नाम
प्रदेश में 64 हजार 523 मतदान केंद्र हैं। राजन ने बताया कि नाम जोड़ने की प्रक्रिया नॉमिनेशन की आखिरी तारीख से 10 दिन पहले तक जारी रहेगी। वहीं, नाम हटाने के लिए आवेदन लिए जायेंगे, लेकिन चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कार्रवाई नहीं की जाएंगी। यानी नाम नहीं काटा जाएगा।प्रत्याशियों के चुनावी खर्च को लेकर पूछे सवाल पर अनुपम राजन ने कहा कि नामांकन फार्म भरने पर प्रत्याशी का चुनावी खर्च जोड़ा जाता है। उन्होंने बताया कि 80 से ज्यादा उम्र के और 40 प्रतिशत दिव्यांग वोटरों को घर से मतदान करने की सुविधा होंगी। वह बैलेट पेपर से मतदान कर सकेंगे। इसके लिए उनके पास विकल्प होगा।
सभी प्रकार के मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 61 लाख
पुरुष मतदाता-2 करोड़ 88 लाख
महिला मतदाता- 2 करोड़ 72 लाख
100+ मतदाता-5 हजार 124
100+ महिला-3 हजार से अधिक
100+ पुरुष-2 हजार के करीब
18-19 वर्ष के मतदाता-22 लाख
दिव्यांग मतदाता- 5 लाख के ऊपर
थर्ड जेंडर मतदाता-1373