भोपाल। भेल दशहरा जया किशोरी की भागवत कथा प्रारंभ हुई। श्रीमद् भागवत कथा सुनने के लिए एक लाख श्रद्धालुओं को बैठने की व्यवस्था की गई है। 21 जनवरी तक होने वाली श्रीमद् भागवत कथा की शुरुआत जंबूरी मैदान से कलश यात्रा के साथ आज 12 बजे से शुरू हुई। 2100 महिलाएं सिर पर कलश लेकर कथा स्थल तक चली। इसके साथ ही बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु कलश यात्रा चल समारोह में शामिल हुए। भेल दशहरा मैदान पर बड़ा डोम बनाया गया है। इसमें बैठकर 50 हजार श्रद्धालु एक साथ बैठकर कथा सुन सकेंगे। इसके अलावा 50 हजार और लोग कथा मैदान पर खड़े होकर व बैठकर सुन सकेंगे।
भगवान श्रीकृष्ण लीलाओं का हुआ वर्णन
श्रीमद् भागवत कथा सलैया में भगवान श्रीकृष्ण लीलाओं को वर्णन किया जा रहा है। कथा सुनने, कोलार, सलैया और मिसरोद क्षेत्र के लोग शामिल हो रहे हैं। संजय प्यासी महाराज और कार्यक्रम के संरक्षक और आचार्य जितेंद्र महाराज ने कहा कि मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मां देवकी को वापस देना। सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास पीठाधीश्वर पुष्पा बहन जोशी ने बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए। यह भगवान श्री कृष्ण सुदामा जी से समझ सकते हैं। इस मौके पर प्रताप सिंह यादव ने श्रद्धालुओं को प्रसादी कराएंगे।
शानदार तरीके से निकली कलश यात्रा
10 डीजे, पांच बैंड, 21 घोड़े, 21 ऊंट, पांच बग्गी व 50 ढोल कलश यात्रा में आकर्षण के केंद्र रहे। जंबूरी मैदान पर कलश यात्रा में शामिल होने भारी संख्या में भीड़ जुटी। महिलाएं भगवा साड़ी पहने कलश लेकर चली। डीजे की धुनों लोग नृत्य करते नजर आए।